
- फतेहपुर के खागा तहसील क्षेत्र के त्रिलोचनपुर में “आस्था पॉली क्लीनिक” बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के झोलाछाप डॉक्टर द्वारा संचालित।
- मेडिकल गाइडलाइंस की अनदेखी: बिना किसी मेडिकल डिग्री के गंभीर बीमारियों का इलाज और अस्पताल का संचालन।
- स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत: जनपद के स्वास्थ्य अधिकारियों की अनदेखी से अवैध पॉलीक्लिनिक निर्बाध रूप से चल रहा है।
- डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से इस झोलाछाप डॉक्टर और अवैध पॉलीक्लिनिक के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद।
- सरकारी योजनाओं को नुकसान: अवैध अस्पताल गरीबों के शोषण के साथ सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की छवि धूमिल कर रहे हैं।

फतेहपुर/लखनऊ, 30 दिसम्बर 2024: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर कार्य कर रही है, वहीं भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने के लिए सख्त कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है और उन्हें सीधे जेल भेजा जा रहा है। बावजूद इसके, कुछ माफिया और झोलाछाप डॉक्टर अब भी बेखौफ होकर गरीबों का शोषण कर रहे हैं और सरकार की योजनाओं को विफल करने में जुटे हुए हैं।

फतेहपुर जनपद के खागा तहसील क्षेत्र में हरदों के पास स्थित त्रिलोचनपुर पर संचालित “आस्था पॉली क्लीनिक” इसका एक जीता-जागता उदाहरण है। यह प्राइवेट अस्पताल हरदो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस पॉलीक्लिनिक में बिना किसी रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से एक झोलाछाप डॉक्टर न केवल गंभीर बीमारियों का इलाज कर रहा है, बल्कि वहां कई बेड लगाकर अस्पताल भी संचालित कर रहा है।
मेडिकल गाइडलाइंस की खुलेआम अवहेलना
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की स्पष्ट गाइडलाइंस के बावजूद यह अवैध पॉलीक्लिनिक बेखौफ चल रहा है। इस झोलाछाप डॉक्टर की न तो कोई मेडिकल डिग्री है और न ही अस्पताल संचालन का कोई लाइसेंस। लेकिन फिर भी वह खुद को किसी एमबीबीएस डॉक्टर से कम नहीं समझता। दूर-दूर से आए मरीजों का इलाज कर उन्हें गुमराह करना और आर्थिक रूप से शोषित करना इस क्लिनिक की दिनचर्या बन चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत का खेल
आस्था पॉलीक्लिनिक की अवैध गतिविधियों के पीछे जनपद स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों की मिलीभगत साफ नजर आती है। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों की अनदेखी के कारण इस अवैध अस्पताल का संचालन निर्बाध रूप से जारी है। इस झोलाछाप डॉक्टर की गतिविधियों से स्थानीय लोग त्रस्त हैं, लेकिन जनपद स्तरीय अधिकारी आंख मूंदकर सो रहे हैं।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की कार्रवाई का इंतजार
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। वह कई जनपदों में झोलाछाप डॉक्टरों और अवैध अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर चुके हैं। अब फतेहपुर जनपद के त्रिलोचनपुर को भी उनकी सक्रियता और हस्तक्षेप की आवश्यकता है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही डिप्टी सीएम की नजर इस अवैध पॉलीक्लिनिक पर पड़ेगी और कार्रवाई की जाएगी।
सरकार की योजनाओं को पलीता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं का उद्देश्य गरीबों को सस्ती और सुलभ चिकित्सा सेवा प्रदान करना है। लेकिन इस प्रकार के अवैध अस्पताल सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। त्रिलोचनपुर का यह पॉलीक्लिनिक सरकार की योजनाओं की छवि को धूमिल कर रहा है और आम जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी कर रहा है।
फतेहपुर के त्रिलोचनपुर चौराहा के स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इस अवैध पॉलीक्लिनिक को बंद नहीं किया गया, तो यह आने वाले समय में गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकता है।
फतेहपुर जनपद के खागा तहसील के अंतर्गत त्रिलोचनपुर पर संचालित आस्था पॉलीक्लिनिक के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को मिलकर इस अवैध पॉलीक्लिनिक को बंद कराना चाहिए और झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ जनता तक सही तरीके से पहुंचे।