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पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश की तरह अराजक राज्य न बनने दें – डॉ. राजेश्वर सिंह

  • कोलकाता लेडी डॉक्टर रेप – मर्डर केस: डॉ. राजेश्वर सिंह ने ट्वीट कर बताया बांग्लादेश की प्रतिध्वनि, ममता सरकार पर खड़े किए सवाल
  • उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ समूहों के प्रति ममता बनर्जी की विशेष उदारता ने विफल की राज्य की कानून व्यवस्था
  • साथ ही डॉक्टर सिंह ने कहा कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ अमानवीयता बांग्लादेश में व्याप्त हिंसा की
  • ⁠उन्होंने हिन्दुओं की घटती आबादी पर चिंता जताते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में आजादी के बाद करीब 8% घंटे हिंदू, बढ़ा अवैध अप्रवास

लखनऊ: सरोजनीनगर से भाजपा विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह ने पश्चिम की चर्चित महिला डॉक्टर की बलात्कार और हत्या की घटना को बांग्लादेश में हो रहे महिलाओं पर अत्याचार से जोड़ते हुए ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला बोला।

डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने आधिकारिक एक्स(ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, “बंगाल को बांग्लादेश की तरह अराजक राज्य न बनने दें!!” विधायक ने आगे जोड़ा हाल ही में पश्चिम बंगाल में एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या बांग्लादेश में व्याप्त हिंसा की भयावह प्रतिध्वनि है। दोनों क्षेत्र महिला सुरक्षा और सम्मान के गंभीर संकट से जूझ रहे हैं।

डॉ. सिंह ने पश्चिम बंगाल में हो रहे जनसांख्यिकी बदलाव की ओर इंगित करते हुए आगे लिखा पश्चिम बंगाल अराजकता की ओर बढ़ रहा है, जो बांग्लादेश की उथल-पुथल को दर्शाता है। हम हिंसा में चिंताजनक वृद्धि और जनसांख्यिकी में महत्वपूर्ण बदलाव देख रहे हैं; 1951 में पश्चिम बंगाल की 78.45% आबादी हिंदू थी। 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य की 70.54% आबादी हिंदू है। छह दशकों में हिंदू आबादी में 7.91% की भारी गिरावट आई है, साथ ही अवैध अप्रवासन में वृद्धि हुई है जो अपराध और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देता है। अपने नागरिकों की रक्षा करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में राज्य की अक्षमता बेहद चिंताजनक है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए सरोजनीनगर विधायक ने आगे जोड़ा ममता बनर्जी के प्रशासन ने अपनी नरम नीतियों और विशेष रूप से कुछ समूहों के प्रति उदारता से अपने लोगों को विफल कर दिया है। यह विफलता सड़कों और अस्पतालों में दिखाई देती है, जहां न्याय पहुंच से बाहर रहता है और अपराधी बेखौफ होकर काम करते हैं। अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा मामले को हाल ही में जिस तरह से अपमानजनक ढंग से संभाला गया, वह प्रणालीगत प्रशासनिक विफलताओं को रेखांकित करता है।

डॉ. राजेश्वर सिंह ने आगे लिखा, इस कठिन समय में हम पीड़ित और उनके परिवार के साथ खड़े हैं। टीएमसी के शासन में बढ़ता अविश्वास डॉक्टरों की देशव्यापी रैलियों से स्पष्ट है। यह सुरक्षा बहाल करने, कानून और व्यवस्था बनाए रखने और प्रत्येक नागरिक, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए मजबूत, निर्णायक कार्रवाई का समय है।

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