
- गोवा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से भेंटकर महाकुंभ-2025 के लिए आमंत्रित किया गया।
- रोड शो और प्रेस वार्ता के जरिए गोवावासियों को महाकुंभ में भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया।
- महाकुंभ को हरित और स्वच्छ बनाने के साथ-साथ डिजिटल सुविधाओं जैसे स्मार्ट पार्किंग और सीसीटीवी निगरानी का प्रबंध।
- महाकुंभ को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक बताया गया।
- मंत्रियों ने गोवावासियों से बड़ी संख्या में महाकुंभ में शामिल होने की अपील की।

लखनऊ, 13 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान और जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने गोवा की राजधानी पणजी में महाकुंभ-2025 का प्रचार-प्रसार करते हुए राज्यपाल और मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया। यह आयोजन 2025 में प्रयागराज में होने वाला है, जिसे विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम माना जाता है।
मंत्रियों ने पणजी में गोवा के राज्यपाल पी0एस0 श्रीधरन पिल्लई और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ में आने का व्यक्तिगत आमंत्रण दिया। साथ ही, गोवा के नागरिकों को महाकुंभ के महत्व और इसकी विशेषताओं से अवगत कराने के लिए रोड शो और प्रेस वार्ता का आयोजन किया।
रोड शो में मंत्रीगणों ने महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस धार्मिक आयोजन को स्वच्छ, हरित और डिजिटल रूप से अत्याधुनिक बनाने के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। स्मार्ट पार्किंग, सीसीटीवी आधारित निगरानी प्रणाली और डिजिटल खोया-पाया केंद्र जैसी सुविधाएं इस बार महाकुंभ को और भी विशेष बनाएंगी।
मंत्रियों ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में महाकुंभ में भाग लेने की अपील की। उन्होंने बताया कि महाकुंभ न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और अध्यात्म की चेतना का अद्वितीय पर्व भी है।