नेपाल में व्यापक Gen-Z विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन स्थिति को देखते हुए मंगलवार को भारत सरकार ने अपने नागरिकों से वहां की स्थिति सामान्य होने तक पड़ोसी देश की यात्रा स्थगित करने की अपील की है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने इस संबंध में एक एडवाइजरी जारी की है. विदेश मंत्रालय ने नेपाल में मौजूद भारतीय नागरिकों से सड़कों पर निकलने से बचने और सावधानी बरतने का भी अनुरोध किया है.
MEA ने बयान जारी कर क्या कहा?
बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘नेपाल में बदल रहे हालात को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे स्थिति सामान्य होने तक नेपाल की यात्रा स्थगित कर दें. नेपाल में मौजूद भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने-अपने निवास स्थानों पर ही रहें, सड़कों पर निकलने से बचें और पूरी सावधानी बरतें.’
विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को नेपाल के अधिकारियों और काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी सुरक्षा सलाह का पालन करने की सलाह दी. विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘किसी भी सहायता की आवश्यकता होने पर, कृपया काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करें: 977 – 980 860 2881; 977 – 981 032 6134.’
नेपाल के प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा
सोशल मीडिया पर बैन लगाने के कारण हुए बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
विरोध प्रदर्शन के दौरान युवाओं की मौत पर जताया दुख
भारत ने बयान में कहा कि नेपाल में विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई युवाओं की मौत हो गई. इससे उसे गहरा दुख हुआ है और उसने आशा व्यक्त की है कि नेपाल में इन मुद्दों का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकाला जाएगा.
भारत-नेपाल की हवाई यात्रा रद्द
नेपाल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच एअर इंडिया, इंडिगो और नेपाल एयरलाइंस ने दिल्ली से काठमांडू जाने वाली अपनी उड़ानें रद्द कर दीं.