नेपाल में अंतरिम प्रधानमंत्री के चयन को लेकर गतिरोध जारी है। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने शांति की अपील की और कहा कि उनका लक्ष्य संवैधानिक ढांचे के भीतर राजनीतिक संकट का समाधान ढूंढना है। अंतरिम सरकार के लिए राजनीतिक बातचीत जारी रहने के बीच काठमांडू और अन्य क्षेत्रों में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है, जहां सेना संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रही है।
राजशाही वापसी की अटकलें
नेपाल में स्थायी समाधान अभी नहीं निकला है, और राजशाही की वापसी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। ज्ञानेंद्र शाह को फिर से राजा बनाने और राजमहल ले जाने की अटकलें सामने आई हैं। इसके बाद सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है और बाद में चुनाव कराए जा सकते हैं। काठमांडू में सेना की भारी तैनाती की गई है।
GEN-Z का अल्टीमेटम
Gen-Z नेताओं ने सेना को चेतावनी दी है कि अगर सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नहीं बनाया गया, तो वे आर्मी हेडक्वार्टर को निशाना बनाएंगे। उन्होंने राष्ट्रपति को भी अपने पद से हटने की चेतावनी दी।
अंतरिम सरकार को लेकर बैठक
प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है। Gen-Z प्रतिनिधियों ने अंतरिम सरकार के संबंध में शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक की, लेकिन वार्ता में यह तय नहीं हो सका कि नेतृत्व कौन करेगा। नामों में पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की, काठमांडू के महापौर बालेन शाह, कुलमान घीसिंग और धरान के महापौर हरका शामिल हैं।
नेपाल पुलिस की माफी
हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। सेना ने काठमांडू घाटी के तीन जिलों में कर्फ्यू बढ़ा दिया है, जबकि कुछ घंटों के लिए ढील के साथ व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं। सुप्रीम कोर्ट और बैंक भी खुलने लगे हैं। नेपाल पुलिस ने युवाओं से माफी मांगी और कहा कि देश के होनहार युवा मारे गए, इसके लिए वे खेद प्रकट करते हैं।