
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में भाजपा नेताओं और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों से मुलाकात की और उन्हें महाकुम्भ 2025 के लिए आमंत्रित किया।
- सीएम योगी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और मिजोरम के राज्यपाल जनरल वीके सिंह को निमंत्रण दिया।
- सीएम योगी ने सभी विशिष्ट अतिथियों को महाकुम्भ के प्रतीक चिन्ह, कलश, साहित्य और नववर्ष का कैलेंडर भेंट किया।
- महाकुम्भ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होगा, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है।
- सीएम योगी ने महाकुम्भ की तैयारियों और आयोजन की महत्ता पर जोर देते हुए सभी का सहयोग मांगा।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के शीर्ष नेताओं और अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक हस्तियों से मुलाकात की और उन्हें आगामी महाकुम्भ 2025 के आयोजन में आमंत्रित किया। यह महाकुम्भ प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जो विश्वभर के हिंदू धर्मावलंबियों और श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक अवसर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय राजनीति के कई प्रमुख व्यक्तित्वों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, जिनमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और मिजोरम के राज्यपाल जनरल वीके सिंह शामिल थे।
विशिष्ट नेताओं से मुलाकात
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले मिजोरम के राज्यपाल जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह से यूपी सदन में मुलाकात की और उन्हें महाकुम्भ में आने का निमंत्रण दिया। इसके बाद, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की और उन्हें भी महाकुम्भ 2025 में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने दिल्ली के अन्य प्रमुख नेताओं से मिलकर उनका समय लिया। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की और उन्हें महाकुम्भ में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया। इन मुलाकातों के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने न केवल निमंत्रण पत्र प्रदान किए, बल्कि महाकुम्भ के प्रतीक चिन्ह, कलश, संबंधित साहित्य और नववर्ष के कैलेंडर व डायरी भी भेंट की, जो महाकुम्भ के आयोजन की महत्ता और उसके धार्मिक महत्व को दर्शाते हैं।
महाकुम्भ 2025 के आयोजन की महत्ता
महाकुम्भ, जो हिंदू धर्म में सबसे बड़े और महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों में से एक माना जाता है, प्रयागराज में हर 12 वर्षों में आयोजित होता है। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल धर्मिक और आध्यात्मिक उन्नति है, बल्कि यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक मंच के रूप में भी कार्य करता है, जहाँ लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुन और सरस्वती के संगम में स्नान करते हैं। इस बार महाकुम्भ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होगा और लाखों लोग इसमें भाग लेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि महाकुम्भ का आयोजन न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि देश और दुनिया भर के हिंदू धर्मावलंबियों के लिए एक ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखता है। इसके जरिए भारत की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर प्रचारित किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री योगी का आभार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर इन मुलाकातों की तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि वह इन सभी महानुभावों का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने उन्हें समय दिया और महाकुम्भ 2025 के लिए निमंत्रण स्वीकार किया। उन्होंने यह भी कहा कि महाकुम्भ के आयोजन को सफल बनाने के लिए योगी सरकार के मंत्रीगण और अन्य राजनीतिक नेतृत्व पूरी तरह से समर्पित हैं और वे अन्य राज्यों में जाकर आम जनता और विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक हस्तियों को महाकुम्भ में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
महाकुम्भ की तैयारी
महाकुम्भ की तैयारियों के बारे में मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने इस आयोजन को भव्य और सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। इसमें सुरक्षा, यातायात, और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी योजना बनाई जा रही है, ताकि महाकुम्भ का आयोजन सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी यादगार बने।
सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ 2025 का आयोजन उत्तर प्रदेश की संस्कृति, धार्मिक विविधता और आध्यात्मिक समृद्धि को प्रदर्शित करने का एक अहम अवसर है, और इसे सफल बनाने के लिए सभी का सहयोग अनिवार्य है।