
- ‘तारा शक्ति निःशुल्क रसोई’ की शुरुआत 18 जुलाई 2023 को स्व. तारा सिंह जी की पुण्य स्मृति में की गई थी।
- दो वर्षों से निरंतर प्रतिदिन 4,000 जरूरतमंदों तक निःशुल्क शुद्ध व पौष्टिक भोजन पहुंचाया जा रहा है।
- रसोई का संचालन सरोजनीनगर में प्रगति प्रयास फाउंडेशन और समर्पित वॉलंटियर्स के सहयोग से हो रहा है।
- लोकबंधु अस्पताल, पराग चौराहा जैसे प्रमुख स्थानों पर भोजन वितरण किया जाता है।
- डॉ. सिंह ने कहा: “भूखा न सोए कोई – यही मेरी मां की प्रेरणा थी, जिसे सेवा का संकल्प बनाकर हमने निभाया है।”
- सर्दी, गर्मी या बारिश – रसोई की सेवा एक दिन भी नहीं रुकी, यह जनचेतना और सेवा भावना का प्रतीक बन चुकी है।
- इस सेवा यात्रा के दो वर्ष पूर्ण होने पर विधायक ने सरोजनीनगर परिवार व सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
- डॉ. सिंह का संकल्प: “इस रसोई की लौ हमेशा जलती रहे – सरोजनीनगर में कोई भूखा न सोए।”

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सरोजनीनगर विधानसभा में मानवीय सेवा का ऐसा अद्भुत उदाहरण देखने को मिला है, जो आज पूरे प्रदेश ही नहीं, देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है। ‘तारा शक्ति निःशुल्क रसोई’, एक ऐसी पहल जिसने न सिर्फ भूखों का पेट भरा, बल्कि समाज को यह बताया कि राजनीतिक नेतृत्व केवल नीतियों से नहीं, संवेदना से भी दिशा देता है।
शुरुआत की प्रेरणा – मां की अंतिम इच्छा बनी जीवन का संकल्प

18 जुलाई 2023 को सरोजनीनगर के लोकप्रिय विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपनी पूज्य माता स्व. श्रीमती तारा सिंह जी की पुण्यतिथि पर उनकी स्मृति को जीवित रखने के लिए ‘तारा शक्ति निःशुल्क रसोई’ की शुरुआत की थी। यह कोई सरकारी योजना नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत श्रद्धांजलि थी, जिसमें मां के विचारों और संवेदनशीलता को आधार बनाया गया।

डॉ. सिंह कहते हैं – “मेरी मां हमेशा कहती थीं कि कोई गरीब भूखा न सोए। उन्हीं की प्रेरणा से यह रसोई शुरू की गई, और आज यह मेरी व्यक्तिगत भावना से निकलकर जनचेतना का रूप ले चुकी है।”
इस रसोई का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने किया था, और तब से अब तक यह सेवा एक दिन के लिए भी नहीं रुकी है।
सेवा की यात्रा – 730 दिन, 4,000 लोगों को हर दिन भोजन

इस सेवा अभियान को अब दो साल पूरे हो चुके हैं। इन 730 दिनों में एक भी दिन ऐसा नहीं गया, जब तारा शक्ति रसोई से भोजन वितरण न हुआ हो। हर दिन सुबह से ही वॉलंटियर्स की टीम तैयार होती है, भोजन बनता है और दोपहर तक हजारों जरूरतमंदों के हाथों तक गरम व पौष्टिक भोजन पहुंचाया जाता है।
रसोई में भोजन का स्वाद जितना ध्यानपूर्वक तैयार किया जाता है, उतना ही ध्यान साफ-सफाई, पौष्टिकता और गरिमा पर भी दिया जाता है। भोजन की गुणवत्ता वही होती है जो एक सामान्य घर में बनाई जाती है – बिना किसी भेदभाव या निम्नता की भावना के।
कहाँ होता है वितरण? – जरूरतमंदों की पहुंच में हर स्थान
तारा शक्ति रसोई का संचालन सरोजनीनगर क्षेत्र के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर किया जा रहा है, जैसे:
लोकबंधु अस्पताल परिसर – जहां इलाज कराने आए मरीजों और उनके परिजनों को यह भोजन राहत देता है।
पराग चौराहा, बाजार क्षेत्र, रिक्शा स्टैंड, बस स्टॉप्स, मजदूर मंडी – जहां दैनिक श्रमिकों, राहगीरों, रिक्शा चालकों, ठेले वालों और असहाय जनों को बिना पंजीकरण या औपचारिकता के भरपेट भोजन दिया जाता है।
डॉ. सिंह ने कहा, “यह भोजन सिर्फ पेट भरने का काम नहीं करता, यह आत्मसम्मान लौटाने का माध्यम है। हम चाहते हैं कि कोई भी व्यक्ति भीख मांगकर या अपमानित होकर भोजन न मांगे, बल्कि उसे गरिमापूर्ण ढंग से दिया जाए।”
कौन चला रहा है यह रसोई? – सेवा में समर्पित टीम
‘तारा शक्ति रसोई’ का संचालन प्रगति प्रयास फाउंडेशन, स्थानीय कार्यकर्ताओं, और वॉलंटियर्स के माध्यम से किया जा रहा है। सभी सेवक निःस्वार्थ भाव से काम करते हैं, और कोई भी लाभ या वेतन नहीं लेता। इस सेवा के लिए किसी प्रकार का सरकारी बजट नहीं है, बल्कि यह पूरी तरह से डॉ. राजेश्वर सिंह के निजी संसाधनों और जन सहयोग पर आधारित है।
सर्दी, गर्मी, बरसात – सेवा कभी नहीं रुकी
जहां सरकारी व्यवस्थाएं अकसर मौसम, बजट या अन्य व्यावहारिक दिक्कतों से बाधित हो जाती हैं, वहीं तारा शक्ति रसोई ने हर चुनौती को पार करते हुए निरंतरता बनाई रखी है। सर्द हवाओं में, तपती गर्मी में या तेज बारिश में भी, भोजन हर दिन उसी समय, उसी स्थान और उसी भावना के साथ बांटा गया।
विधायक का संकल्प – सेवा की लौ हमेशा जलती रहे
सेवा के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा – “यह सिर्फ दो साल का आंकड़ा नहीं है, यह हजारों भूखों की तृप्त आत्मा का आशीर्वाद है। हम इसे तब तक चलाएंगे, जब तक एक भी व्यक्ति भूखे पेट न हो। हमारी कोशिश है कि यह रसोई आगे और क्षेत्रों तक फैले, और सेवा की लौ कभी बुझने न पाए।”
उन्होंने सरोजनीनगर के सभी लोगों, सहयोगी संगठनों, वॉलंटियर्स और जनसामान्य का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह उनकी सामूहिक चेतना और समर्थन से ही संभव हो पाया है।
सेवा की एक मिसाल, जो राजनीति से ऊपर उठकर समाज को दिशा देती है
‘तारा शक्ति निःशुल्क रसोई’ एक मॉडल है – जिसमें राजनीति, सेवा और मानवीयता का सुंदर समावेश है। यह दिखाता है कि अगर इच्छा सच्ची हो, तो जनप्रतिनिधि समाज की सबसे बड़ी समस्याओं का समाधान स्वयं कर सकते हैं। यह रसोई एक महिला के विचार, एक बेटे की श्रद्धा और एक नेता की जनसेवा भावना का सुंदर संगम है।


































