
- समाजसेवी बराती लाल लोधी स्मृति कार्यक्रम में सम्मिलित हुए विधायक राजेश्वर सिंह, मेधावियों को किया सम्मानित
- डॉ राजेश्वर सिंह ने युवाओं को दिया सफलता का मंत्र, डिजिटल एजुकेशन को बताया भविष्य की जरूरत
- डॉ. सिंह ने कहा- वर्ष 2030 तक बदल जाएगा 80% नौकरियों का स्वरूप, युवाओं को होना होगा डिजिटली एजुकेटेड
- उन्होंने कहा- मेधावियों के सम्मान के कार्यक्रम रखते हैं देश के उज्ज्वल भविष्य की नींव

लखनऊ, 24 नवंबर 2024: सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के बरातीखेड़ा स्थित गहरू चौराहा के निकट प्रखर समाजसेवी स्वर्गीय बराती लाल लोधी की स्मृति में नव युग निर्माण प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

जिसमें सम्मिलित होकर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों से आए मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट प्रदान कर सम्मानित किया। विधायक द्वारा बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक पाने वाले 5 मेधावी बच्चों वर्षा सिंह (96.6%), रतन शुक्ला (96.6%), संस्कृति राय (94.5%), शौर्य प्रताप सिंह (93%), और वेदान्त वर्मा (91.5%) को टैबलेट देकर सम्मानित एवं प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर विधायक ने कार्यक्रम के आयोजक श्री राजेंद्र सिंह लोधी को बधाई देते हुए कहा मेधावी बच्चों को सम्मानित करना और युवाओं को प्रोत्साहित करना सबसे पुण्य कार्यों में से एक है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखते हैं।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. राजेश्वर सिंह ने डिजिटल शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा, आज का युग परिवर्तन का युग है। वर्ष 2030 तक 80% नौकरियाँ नई विधाओं पर आधारित होंगी। इन बदलती जरूरतों के अनुसार युवाओं को तैयार करना अत्यंत आवश्यक है। डिजिटल शिक्षा और कौशल विकास ही इन चुनौतियों का समाधान बनेंगे। उन्होंने बताया कि सरोजनीनगर में पिछले दो वर्षों में 1,000 से अधिक मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप, टैबलेट, साइकिल, घड़ी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है। विधायक नें अपने संबोधन में आगे बताया कि सरोजनीनगर में डिजिटल शिक्षा, कौशल विकास, और रोजगार उन्मुख योजनाएँ निरंतर संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य युवाओं को हर चुनौती का सामना करने के लिए सक्षम बनाना और उनके सपनों को साकार करने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना है।
कार्यक्रम के दौरान विधायक ने आज़ादी के बाद से अब तक देश में हुए विकास और शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, 1947 में देश की साक्षरता दर मात्र 18% थी, जिसमें लड़कियों की साक्षरता दर 9% थी। आज हम 75% से अधिक साक्षरता दर तक पहुँच चुके हैं और 2035 तक इसे 100% तक ले जाने का लक्ष्य है। उन्होंने आगे कहा कि आज भारत 110 देशों को अनाज निर्यात कर रहा है और इंटरनेट कनेक्शन के क्षेत्र में विश्व में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने सरोजनीनगर में ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण का भी उल्लेख करते हुए इसे क्षेत्र और देश के लिए गर्व का विषय बताया। इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक राजेंद्र सिंह लोधी, पूर्व विधायक श्याम किशोर यादव, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्ण लोधी, ब्लॉक प्रमुख सुनील रावत, राकेश सिंह बबलू, रत्नेश सिंह, आलोक सिंह समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।