
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार देर शाम लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में एक तीन मंजिला इमारत के गिरने पर हुई मौतों पर दुख जताया है। घायलों के शीघ्र स्वथ्य होने की कामना करते हुए प्रधानमंत्री ने हताहतों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।

पीएमओ ने रविवार को अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट में कहा कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक इमारत दुर्घटना में लोगों की मौत दुखद है। हम उन लोगों के साथ प्रार्थना करते हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजन को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे, उल्लेखनीय है कि इस इमारत के गिरने से अब तक आठ लोगों की मौत हो गई है और 28 लोग घायल हैं।
सीएम योगी ने अस्पताल पहुँचकर जाना घायलों का हाल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को लखनऊ स्थित लोक बंधु अस्पताल में घायलों का हाल जानने के लिए पहुँचे। इस दौरान सीएम योगी के साथ सरोजनीनगर से विधायक डॉ०राजेश्वर सिंह, लखनऊ मेयर सुषमा खर्कवाल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार समेत जिलाधिकारी लखनऊ, सूर्यपाल गंगवार व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह भी रहे। सीएम योगी ने घायलों व उनके परिजनों से मुलाक़ात कर उनका हाल जाना और उन्हें हर संभव मदद के लिए आश्वस्त भी किया।
डॉ०राजेश्वर सिंह ने बेहद गरीब मृतक के परिजनों की आर्थिक मदद की

लखनऊ के सरोजनी नगर से भाजपा विधायक डॉक्टर राजेश्वर सिंह ने मृतक धीरज गुप्ता के परिवार के लोगों द्वारा सड़क जाम करने की स्थिति में उन्हें संतोष देने के लिए प्राथमिक आर्थिक मदद के रूप में अपने पास से एक लाख रुपये देने की घोषणा की है और उसी समय मृतक की पत्नी से फ़ोन पर बात की और बताया कि वो शाम में उनके घर भी आएँगे, जिसके बाद मृतक के परिजन आश्वस्त हो गए हैं और शव को सड़क से हटा लिया। इसके साथ ही विधायक डॉ॰राजेश्वर सिंह ने कहा है कि वो ट्रांसपोर्टनगर में हुई घटना के संबंध में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से घटना के पीड़ितों की अधिकाधिक मदद करने का अनुरोध भी करेंगे, जिससे किसी भी प्रकार से घटना के पीड़ितों की मदद हो सके।
सरोजनीनगर विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह ने दिखाई घायलों के प्रति संवेदनशीलता

सरोजनीनगर विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह ने फिर से साबित कर दिया है कि एक जनप्रतिनिधि को जनता के प्रति कैसा संवेदनशील होना चाहिए। ट्रांसपोर्टनगर में एक तीन मंज़िला बिल्डिंग गिरने की घटना के बाद, जब सूचना मिली कि कई लोग फंसे हुए हैं और स्थिति गंभीर है, तो वे तुरंत अपनी दिल्ली यात्रा को बीच में छोड़कर लखनऊ पहुँचे और घटनास्थल के बाद सीधा लोकबंधु अस्पताल पहुँचे, जहां पर सभी घायलों को इलाज के लिए भेजा जा रहा था, अस्पताल में डॉक्टर्स की टीम से स्वयं विधायक डॉक्टर सिंह ने बात की और घायलों को अच्छा से अच्छा इलाज मुहैया कराने के लिए कहा, जिसकी चर्चा लोगों में खूब हो रही है।
घटनास्थल पर तुरंत पहुँचे स्थानीय विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह

जब बिल्डिंग गिरने की घटना की सूचना सरोजनीनगर विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह को मिली, तो वे दिल्ली में किसी महत्वपूर्ण मीटिंग में थे। लेकिन, उन्होंने बिना कोई देरी किए, तुरंत फ्लाइट पकड़ी और लखनऊ पहुँचे। यह दर्शाता है कि अपने विधानसभा के लोगों के प्रति उनकी जिम्मेदारी कितनी गहरी है। उनकी यह तत्परता और त्वरित एक्शन ने घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन की दिशा ही बदल दी।
विधायक की टीम ने निभाई इंसानियत की मिसाल

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान, जब घायलों को अस्पताल ले जाया गया तो वहां मौजूद कुछ घायलों को ब्लड की ज़रूरत पड़ी। ऐसे में डॉ. राजेश्वर सिंह की टीम के सदस्यों ने बिना किसी हिचकिचाहट के रक्तदान किया। यह एक बड़ी मिसाल है कि कैसे एक जनप्रतिनिधि की टीम भी अपने नेता के सिद्धांतों को अपनाते हुए समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाती है। रक्तदान के इस साहसिक कदम ने कई घायलों की जान बचाई।
रेस्क्यू ऑपरेशन में विधायक की सक्रियता

डॉ. राजेश्वर सिंह ने रेस्क्यू ऑपरेशन की पूरी निगरानी की और सुनिश्चित किया कि कोई भी व्यक्ति फंसा न रहे। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर मौके पर तत्कालीन निर्णय लिए, जिससे रेस्क्यू कार्य में तेजी आई। रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता में विधायक की सक्रियता और तत्परता की भूमिका अहम रही। उन्होंने घायलों की देखभाल के लिए विशेष व्यवस्थाएं कीं और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
जनता के प्रति प्यार और समर्पण

डॉ. राजेश्वर सिंह का जनता के प्रति प्यार और समर्पण उनकी कार्यशैली में झलकता है। उनका यह कदम दर्शाता है कि एक जनप्रतिनिधि को न केवल अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए बल्कि जनता की मुश्किल घड़ियों में उनके साथ खड़ा रहना भी आवश्यक है। उनकी तत्परता और लोगों के प्रति प्रेम ने उन्हें एक आदर्श विधायक के रूप में स्थापित कर दिया है। सरोजनीनगर के लोग उनके इस कदम की सराहना कर रहे हैं और उन्हें अपने विधायक पर गर्व है।
सुरक्षा मानकों के पालन की अपील

विधायक ने इस घटना के बाद सभी बिल्डिंग्स के सुरक्षा मानकों के सख्त पालन की अपील की है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि सभी निर्माण स्थलों की नियमित जांच हो और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाए। बिल्डिंग गिरने की घटनाएं न केवल संपत्ति का नुकसान करती हैं बल्कि लोगों की जान भी लेती हैं, इसलिए इनसे बचाव के लिए सतर्कता अत्यंत आवश्यक है। इस घटना के बाद, डॉ. राजेश्वर सिंह को सरोजनीनगर विधानसभा के लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है। लोग उनके कार्यों की सराहना कर रहे हैं और उनके इस त्वरित एक्शन को एक मिसाल के रूप में देख रहे हैं। जनप्रतिनिधि के तौर पर उनकी सक्रियता ने न केवल जानें बचाईं बल्कि लोगों का भरोसा भी जीत लिया।
दिल्ली से लखनऊ तक के सफर में छिपा है जनसेवा का जुनून, अच्छे जनप्रतिनिधि की पहचान

एक अच्छे जनप्रतिनिधि की पहचान उसकी संवेदनशीलता, तत्परता और जनता के प्रति उसकी जिम्मेदारी से होती है। डॉ. राजेश्वर सिंह ने इन सभी मानकों पर खरा उतरते हुए यह साबित कर दिया कि वे सिर्फ़ एक जनप्रतिनिधि नहीं, बल्कि जनता के सच्चे सेवक भी हैं। उनकी टीम का समर्पण और घायलों के प्रति उनकी चिंता ने जनता के दिलों में उनके प्रति सम्मान को और बढ़ा दिया है। डॉ.सिंह का दिल्ली से लखनऊ तक का सफर इस बात का प्रमाण है कि जनसेवा के लिए उनका जुनून और समर्पण किसी भी अन्य कार्य से ऊपर है। उन्होंने न केवल त्वरित निर्णय लिए बल्कि प्रशासन के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता सुनिश्चित की। यह उनकी नेतृत्व क्षमता और जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है।
मीडिया और सोशल मीडिया पर सराहना

इस घटना के बाद, मीडिया और सोशल मीडिया पर डॉ.राजेश्वर सिंह की सक्रियता की काफी सराहना हो रही है। लोग उनकी इस पहल को सराह रहे हैं और उन्हें एक आदर्श नेता के रूप में देख रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उनके इस कदम को साझा किया जा रहा है और लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। डॉ.सिंह ने बिल्डिंग गिरने की घटना के बाद अपने त्वरित एक्शन से यह सिद्ध कर दिया कि जनता के प्रति सच्चा प्यार और कर्तव्यनिष्ठा एक अच्छे जनप्रतिनिधि की पहचान होती है। उनकी तत्परता, सक्रियता और जनता के प्रति उनका समर्पण उनके नेतृत्व की शक्ति को दर्शाता है। उनके इस कदम ने न केवल घायलों की जान बचाई बल्कि एक बार फिर यह भी साबित कर दिया कि एक जनप्रतिनिधि को हमेशा अपने लोगों के साथ खड़ा रहना चाहिए। डॉ. राजेश्वर सिंह ने इस घटना में जो उदाहरण पेश किया है, वह सभी जनप्रतिनिधियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।
इस घटना ने दिखा दिया कि जब जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह से सजग होते हैं, तो वे न केवल अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं बल्कि जनता का दिल भी जीत सकते हैं। डॉ. राजेश्वर सिंह का यह कदम उन्हें सरोजनीनगर के लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान दिलाता है और उनकी छवि को और अधिक मजबूत बनाता है।