
• डॉ. शिल्पा पांडे के नेतृत्व में जागरूकता कार्यक्रम: भ्रष्टाचार के खिलाफ ग्रामीणों को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजन।
• ग्रामीणों ने ली अखंडता की शपथ: भ्रष्टाचार मुक्त समाज में योगदान देने की प्रतिबद्धता जताई।
• चर्चा के विषय: भ्रष्टाचार की पहचान, रिपोर्टिंग तंत्र, पारदर्शिता में नागरिकों की भूमिका।
• ग्रामीणों का सक्रिय योगदान: बलराम सिंह, अनिल कुमार सिंह आदि ने अपने अनुभव और सुझाव साझा किए।
• समापन के दौरान डॉ. पांडे का आह्वान: सामूहिक प्रयासों से समाज में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार उन्मूलन की अपील।

लखनऊ : 27 अक्टूबर, 2024: लखनऊ के बीकेटी तहसील के अस्ती गाँव मे वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी, बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान, लखनऊ की डॉ. शिल्पा पांडे के नेतृत्व में अस्तीगांव में “ग्राम सभा सतर्कता जागरूकता सप्ताह” के तहत एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारत में शीर्ष भ्रष्टाचार विरोधी निकाय, केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशन में किया गया था।
कार्यक्रम का उद्देश्य और विशेषताएं

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय में भ्रष्टाचार विरोधी उपायों के प्रति जागरूकता बढ़ाना, नागरिकों के बीच अखंडता को बढ़ावा देना और शासन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सतर्कता के महत्व को उजागर करना था। इस मौके पर स्थानीय प्रधान समेत अस्तीगांव के अनेक निवासियों ने सक्रिय भागीदारी की। डॉ. पांडे ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की और समाज में पारदर्शिता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
सत्र के प्रमुख बिंदु

कार्यक्रम के दौरान, डॉ. पांडे ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की
• दैनिक शासन में भ्रष्टाचार की पहचान: कैसे स्थानीय स्तर पर भ्रष्टाचार को पहचाना जा सकता है और इससे बचने के उपाय।
• रिपोर्टिंग तंत्र की भूमिका: नागरिकों को भ्रष्टाचार के मामलों की रिपोर्टिंग के लिए उपलब्ध साधनों और प्लेटफॉर्म्स की जानकारी दी गई।
• नागरिकों की भूमिका: पारदर्शिता को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता फैलाने में नागरिकों के योगदान पर जोर दिया गया।
ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी
सत्र में बलराम सिंह, राम सेवक, अनमोल सिंह, रेनू, राम दुलारी, माधुरी, देवेंद्र प्रताप, विजय और चेतराम जैसे ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार पर अपने विचार और अनुभव साझा किए। महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज, अस्ती के प्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किए और जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार से निपटने के लिए व्यावहारिक रणनीतियां सुझाईं। इस चर्चा ने समुदाय के सदस्यों के बीच सहयोगात्मक भावना को प्रोत्साहित किया और सभी को अधिक समृद्ध और पारदर्शी गांव के निर्माण के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन और आगे की योजनाएं
कार्यक्रम का समापन एक सशक्त कार्रवाई के आह्वान के साथ हुआ, जिसमें डॉ. शिल्पा पांडे ने ग्रामीणों को सतर्क और सक्रिय रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “राष्ट्र की समग्र समृद्धि के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं, और प्रत्येक नागरिक की सतर्कता इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।”
इस अवसर पर ग्रामीणों ने सत्यनिष्ठा की शपथ ली और भ्रष्टाचार उन्मूलन के प्रयासों में सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया। ग्रामीणों ने इस जानकारीपूर्ण सत्र की सराहना की और चर्चा की गई रणनीतियों को अपने जीवन में लागू करने की प्रतिबद्धता जताई। कई ग्रामीणों ने सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी उपायों के बारे में अपनी समझ को और गहरा करने के लिए भविष्य में आगे के प्रशिक्षण सत्रों में रुचि व्यक्त की। इस कार्यक्रम ने ग्रामीणों के बीच जागरूकता बढ़ाने और एक पारदर्शी और समृद्ध समाज के निर्माण के लिए मिलकर काम करने की भावना को प्रोत्साहित किया। “ग्राम सभा सतर्कता जागरूकता सप्ताह” का यह कार्यक्रम एक सफल प्रयास साबित हुआ, जिसमें अस्तीगांव के ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार विरोधी उपायों को समझने और अपनाने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाया। यह पहल समाज में सतर्कता और पारदर्शिता के महत्व को रेखांकित करती है, और आने वाले समय में अन्य ग्रामीण समुदायों के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगी।