
- हुनरमंद युवा: मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने युवाओं को अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण स्तंभ बताया।
- बड़ी कंपनियों की साझेदारी: टाटा, रेमंड और मारुति जैसी कंपनियों के साथ सरकार की साझेदारी से रोजगार बढ़ाने की पहल।
- स्वरोजगार को बढ़ावा: योगी सरकार युवाओं को स्टार्टअप्स और स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
- नवीनतम तकनीक का प्रशिक्षण: युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित किया जा रहा है।
- सम्मेलन का उद्देश्य: कौशल विकास और उद्योग जगत की साझेदारी को मजबूत कर रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों में वृद्धि।

लखनऊ, 06 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने उत्तर भारत स्किल कनेक्ट सम्मेलन में युवाओं को हुनरमंद बनाने और रोजगार के नए अवसरों पर जोर दिया। हयात रीजेंसी, लखनऊ में फिक्की के तत्वावधान में आयोजित इस सम्मेलन में उद्योग जगत और कौशल विकास संस्थानों के बीच मजबूत साझेदारी की जरूरत पर गहन चर्चा की गई। मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में युवाओं को स्वरोजगार और स्टार्टअप्स के लिए प्रोत्साहित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
हुनरमंद युवा: अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का आधार
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि योगी सरकार ने टाटा, रेमंड, महिंद्रा और मारुति जैसी बड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी की है, ताकि युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर दिए जा सकें। उन्होंने कहा कि उद्योगों और कौशल विकास संस्थानों के बीच तालमेल से युवाओं को सही दिशा में ले जाने में मदद मिलेगी।
युवाओं के लिए स्वरोजगार और स्टार्टअप्स का प्रोत्साहन
राज्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। इनमें स्टार्टअप्स शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता, तकनीकी मार्गदर्शन और प्रशिक्षण शामिल है। युवाओं को नवीनतम तकनीकों और उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित करने की पहल की जा रही है, जिससे वे न केवल रोजगार पा सकें, बल्कि स्वरोजगार के लिए भी प्रेरित हों।
उद्योग और कौशल विकास संस्थानों की साझेदारी पर चर्चा
सम्मेलन में कौशल विकास और उद्योग जगत से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया और इस बात पर जोर दिया कि प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों को समय-समय पर उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप अपडेट किया जाए। इसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करना और स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करना है।
सम्मेलन का उद्देश्य और भविष्य की रणनीति
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को इंडस्ट्री की बदलती जरूरतों के मुताबिक तैयार करना, नए पाठ्यक्रम विकसित करना और रोजगार व स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श करना था। प्रतिनिधियों ने बताया कि यह सम्मेलन युवाओं के भविष्य को सशक्त बनाने और अर्थव्यवस्था को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।