
- उत्तर प्रदेश सरकार ने आलू बायर-सेलर मीट के आयोजन से किसानों की आय में वृद्धि की योजना बनाई।
- 19 दिसम्बर, 2024 को उड़ीसा की राजधानी में आलू बायर-सेलर मीट का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ।
- उत्तर प्रदेश के आलू उत्पादकों और उड़ीसा के व्यापारियों के बीच बड़ा व्यापारिक अनुबंध संपन्न।
- देश के कुल उत्पादन का प्रमुख हिस्सा उत्तर प्रदेश में उत्पादित होता है, जो इसे आलू व्यापार का केंद्र बनाता है।
- इस आयोजन से उत्तर प्रदेश के आलू उत्पादकों और उड़ीसा के व्यापारियों के बीच दीर्घकालिक व्यापारिक संबंध स्थापित हुए।
लखनऊ, 23 दिसम्बर, 2024: किसानों की आय बढ़ाने और उत्तर प्रदेश में उत्पादित आलू के विपणन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न राज्यों में आलू बायर-सेलर मीट का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में 19 दिसम्बर, 2024 को एक विशेष आलू बायर-सेलर मीट का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के आलू उत्पादकों और उड़ीसा के व्यापारियों ने भाग लेकर व्यापारिक सहयोग को मजबूती प्रदान की।
हाफेड के प्रबन्ध निदेशक, श्री अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस आयोजन का नेतृत्व अपर मुख्य सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण के कुशल मार्गदर्शन में हुआ। इस मीट के दौरान उत्तर प्रदेश के आलू उत्पादकों और भुवनेश्वर के व्यापारियों के बीच लगभग 8,800 मीट्रिक टन आलू का व्यापारिक अनुबंध सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
भुवनेश्वर में आयोजित इस मीट के दौरान उड़ीसा सरकार के प्रतिनिधियों ने प्रदेश में आलू की कमी पर प्रकाश डाला और उत्तर प्रदेश के आलू उत्पादकों से बड़ी मात्रा में आलू खरीदने में रुचि व्यक्त की। इस कार्यक्रम के माध्यम से दोनों राज्यों के व्यापारियों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित हुआ। यह आयोजन न केवल वर्तमान वर्ष बल्कि भविष्य के लिए भी उत्तर प्रदेश के आलू उत्पादकों को उड़ीसा के बाजारों में एक स्थायी और लाभप्रद मंच प्रदान करेगा।
आंकड़ों के अनुसार, देश के कुल आलू उत्पादन का 30-35% हिस्सा उत्तर प्रदेश में होता है, जो लगभग 240 लाख टन प्रतिवर्ष है। प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि हाफेड द्वारा पिछले वर्षों में भी इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, जिनका सकारात्मक परिणाम यह हुआ कि प्रदेश के आलू उत्पादकों को अब बाजार में बेहतर कीमतें मिल रही हैं।
इस महत्वपूर्ण मीटिंग में उड़ीसा सरकार की ओर से निदेशक उद्यान श्री निखिल पवन कल्यान, महाप्रबंधक एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड श्रीमती दमयंती, सहायक निदेशक उद्यान, उत्तर प्रदेश के प्रगतिशील आलू उत्पादक और उड़ीसा के प्रमुख व्यापारी उपस्थित रहे।