
योगी को यूपी का साथ, 9 में जीतीं सीटें सात
- योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उपचुनावों में एनडीए ने 9 में से 7 सीटें जीतीं।
- कटेहरी में तीन दशक बाद भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की, सपा के गढ़ को भेदते हुए धर्मराज निषाद ने 34,514 वोटों से विजय पाई।
- कुंदरकी में भाजपा के रामवीर सिंह ठाकुर ने सपा के मो. रिजवान को बड़े अंतर से हराकर इतिहास रच दिया।
- गाजियाबाद में भाजपा के संजीव शर्मा ने 69,351 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की।
- मझवा, फूलपुर, खैर और मीरापुर में भाजपा और एनडीए प्रत्याशियों ने शानदार प्रदर्शन किया।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच दिनों में 15 रैलियां कर जीत का माहौल बनाया।
- सपा के गढ़ करहल और सीसामऊ में भाजपा ने सपा के जीत के अंतर को बेहद कम किया।
- एनडीए गठबंधन की जीत ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति को मजबूती दी।
- योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता और मजबूत चुनावी प्रबंधन ने उपचुनाव में भाजपा की जीत को सुनिश्चित किया।
लखनऊ, 23 नवंबर 2024– उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एनडीए ने बड़ी जीत दर्ज की है। 9 सीटों पर हुए चुनावों में से 7 पर एनडीए ने विजय प्राप्त की, जिसमें 6 सीटों पर भाजपा और 1 सीट पर रालोद ने जीत हासिल की। खास बात यह है कि भाजपा ने सपा के गढ़ मानी जाने वाली कुंदरकी और कटेहरी सीटें भी अपने नाम कर लीं।
पांच दिन, 15 कार्यक्रम: सीएम योगी का चुनावी अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव में एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में जोरदार प्रचार किया। पांच दिनों के भीतर उन्होंने 15 चुनावी कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें गाजियाबाद, फूलपुर, मझवा, खैर, कटेहरी और कुंदरकी जैसे क्षेत्रों में रैलियां और रोड शो शामिल रहे। इन रैलियों का प्रभाव साफ दिखा, खासकर कुंदरकी और कटेहरी में ऐतिहासिक जीत दर्ज हुई।
कटेहरी: तीन दशक बाद खिला कमल
कटेहरी सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने 30 सालों बाद जीत हासिल की। धर्मराज निषाद ने सपा की शोभावती वर्मा को 34,514 वोटों से हराकर यह सीट भाजपा के खाते में दर्ज कराई।
कुंदरकी में सपा का गढ़ टूटा
कुंदरकी सीट, जहां 2022 में समाजवादी पार्टी का दबदबा था, इस बार भाजपा के रामवीर सिंह ठाकुर ने सपा प्रत्याशी मो. रिजवान को बड़े अंतर से हराकर भाजपा को यहां भी ऐतिहासिक जीत दिलाई।
अन्य सीटों पर भी भाजपा का दबदबा
मझवा, फूलपुर, गाजियाबाद, खैर और मीरापुर जैसी सीटों पर भी भाजपा और एनडीए गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की। गाजियाबाद में भाजपा के संजीव शर्मा ने 69,351 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की।
सपा के गढ़ में भी भाजपा की सेंध
करहल और सीसामऊ जैसे सपा के मजबूत गढ़ों में भाजपा ने सपा के जीत के अंतर को काफी हद तक कम कर दिया। करहल में सपा के तेज प्रताप यादव की जीत का अंतर 2022 के 67,504 वोटों से घटकर इस बार महज 14,725 वोट रह गया।
योगी का अभियान बना जीत की वजह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव प्रचार के लिए पांच दिनों में 15 चुनावी कार्यक्रम किए। उनकी रैलियों और रोड शो ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
यह उपचुनाव, 2024 के लोकसभा चुनावों के ठीक बाद एनडीए के लिए एक बड़ी जीत है, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मजबूत छवि और नेतृत्व का प्रमाण है।