पेरू की सुपे घाटी में पुरातत्वविदों ने 3,800 साल पुराने शहर पेनिको (Penico) की खोज की है. इसे पेरू की प्राचीन कैरल सभ्यता (Caral Civilization) का हिस्सा माना जा रहा है. इस खोज का श्रेय पेरू की जानी-मानी पुरातत्वविद् डॉ. रूथ शैडी को जाता है, जिन्होंने जुलाई 2025 में इसे दुनिया के सामने पेश किया था.
यह खोज अमेरिकी महाद्वीप की पुरानी धारणाओं को चुनौती देती है. अब तक माना जाता था कि अमेरिकी सभ्यता की शुरुआत एज्टेक, माया और इंका सभ्यताओं से हुई थी, लेकिन कैरल सभ्यता बताती है कि इनसे हजारों साल पहले भी यहां उन्नत समाज मौजूद था.
पेनिको और कैरल सभ्यता की विशेषताएं
पेनिको स्थल पर 18 संरचनाएं मिली हैं, जिनमें मंदिर और आवासीय परिसर शामिल हैं. ये इस बात का सबूत है कि कैरल लोग जलवायु आपदाओं से निपटने में सक्षम थे. कैरल सभ्यता करीब 5,000 साल पहले मेसोपोटामिया और मिस्र की शुरुआती सभ्यताओं के साथ-साथ विकसित हुई थी. माना जाता है कि पेनिको शहर में लगभग 3,000 लोग रहते थे. इसके आसपास कई छोटे गांव बसे हुए थे. सुपे घाटी की स्थिति ने इसे प्रशांत तट, एंडियन घाटियों और अमेजन क्षेत्र से जोड़ा, जिससे व्यापार और सांस्कृतिक नेटवर्क विकसित हुआ.
जीवन और संस्कृति
कैरल समाज का जीवन समृद्ध और विविध था. यहां कपास, शकरकंद, फल, स्क्वैश और मिर्च उगाई जाती थी. व्यापार में पहाड़ों से खनिज लाना और वस्तुओं का आदान-प्रदान शामिल था. लोग गिलहरी और बंदरों जैसे पालतू जानवर भी रखते थे.
कला और संगीत
कैरल सभ्यता की वास्तुकला भूकंपरोधी थी. यहां बने एम्फीथिएटर खास थे, जहां बड़े समारोह आयोजित होते थे. खुदाई में 32 बांसुरी मिली हैं, जो पेलिकन की हड्डियों से बनी थीं. इनका इस्तेमाल धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में होता था.
सभ्यता का पतन
करीब 4,000 साल पहले जलवायु परिवर्तन और लंबे सूखे ने कैरल सभ्यता को प्रभावित किया. नदियां और खेत सूख गए, जिससे लोग अपने घर को छोड़ने को मजबूर हो गए. धीरे-धीरे यह सभ्यता समाप्त हो गई.
अमेरिकी इतिहास के लिए महत्व
यह खोज दिखाती है कि अमेरिकी सभ्यता की जड़ें बहुत गहरी और प्राचीन हैं. कैरल सभ्यता न केवल संगठित शहरी जीवन का उदाहरण है, बल्कि यह भी बताती है कि उस दौर में लोग शांतिपूर्ण और संघर्ष-रहित समाज का हिस्सा थे.