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उत्तरप्रदेश: अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी पर दिव्य कला समागम का आयोजन, राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन

अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी पर दिव्य कला समागम का आयोजन
  • भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में 23 से 25 दिसंबर 2024 तक अयोध्या में दिव्य कला समागम का आयोजन किया जाएगा।
  • उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।
  • दिव्यांगजन नृत्य, संगीत, रंगमंच और कवि सम्मेलन जैसे कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
  • दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी और प्रेरणादायक साहित्य के लिए पुस्तक गैलरी भी शामिल होगी।
  • आयोजन में फन जोन और फूड जोन विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे।

अयोध्या/लखनऊ, 21 दिसंबर 2024: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी (1924-2018) के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनों की कलात्मक प्रतिभा को सम्मानित करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से “दिव्य कला समागम” का आयोजन किया जा रहा है। यह विशेष आयोजन 23 से 25 दिसंबर 2024 तक अयोध्या के कामता प्रसाद सुंदरलाल साकेत महाविद्यालय में संपन्न होगा। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप इस कार्यक्रम का उद्घाटन 23 दिसंबर को करेंगे।

“दिव्य कला समागम” का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को एक सशक्त मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी कलात्मकता और सृजनशीलता का प्रदर्शन कर सकें। इस तीन दिवसीय महोत्सव में विविध सांस्कृतिक और कलात्मक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। कार्यक्रम की सबसे बड़ी विशेषता दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी होगी। यह प्रदर्शनी उनके कौशल और मेहनत का सजीव उदाहरण प्रस्तुत करेगी।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और आकर्षण:

इस आयोजन में नृत्य, संगीत, रंगमंच, कवि सम्मेलन और रंगोली जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से दिव्यांगजन अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इन प्रस्तुतियों का उद्देश्य न केवल दर्शकों का मनोरंजन करना है, बल्कि दिव्यांगजनों की असाधारण क्षमताओं को समाज के समक्ष लाना है। कार्यक्रम में पुस्तक गैलरी भी होगी, जिसमें प्रेरणादायक साहित्य और दिव्यांगजनों से संबंधित विशेष सामग्री का प्रदर्शन किया जाएगा।

फन जोन और फूड जोन:

कार्यक्रम में मनोरंजन और खानपान के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। ‘फन जोन’ में बच्चों और बड़ों दोनों के लिए मनोरंजन के अनोखे साधन उपलब्ध होंगे। वहीं, ‘फूड जोन’ में स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया जा सकेगा। यह क्षेत्र न केवल स्वाद का अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि लोगों को एक आनंदमय वातावरण का हिस्सा बनने का अवसर देगा।

दिव्यांगजनों की पहचान को सशक्त बनाना:

दिव्य कला समागम का उद्देश्य दिव्यांगजनों के जीवन में आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की भावना को बढ़ावा देना है। यह आयोजन उनके द्वारा निर्मित उत्पादों, उनकी कलात्मकता और सांस्कृतिक योगदान को समाज में व्यापक पहचान दिलाने का प्रयास है।

आयोजन के प्रमुख आकर्षण:

  • दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों की प्रदर्शनी।
  • नृत्य, संगीत, रंगमंच, कवि सम्मेलन और रंगोली जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां।
  • प्रेरणादायक साहित्य के लिए पुस्तक गैलरी।
  • मनोरंजन के लिए फन जोन और खानपान के लिए फूड जोन।
  • दिव्यांगजनों की कलात्मकता और प्रतिभा को प्रोत्साहित करने का अनूठा प्रयास।

आयोजन की जानकारी:

  • तिथि: 23 से 25 दिसंबर 2024।
  • स्थान: कामता प्रसाद सुंदरलाल साकेत महाविद्यालय, अयोध्या।
  • मुख्य अतिथि: नरेंद्र कश्यप, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्य मंत्री।

अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के इस ऐतिहासिक अवसर पर दिव्यांगजनों की कला और कौशल को राष्ट्रीय मंच प्रदान करना न केवल उनकी प्रतिभा का सम्मान है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देता है कि दिव्यांगजन भी समान रूप से हर क्षेत्र में योगदान देने में सक्षम हैं।

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