
- स्वाती सिंह को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा उत्तर प्रदेश की प्रदेश महामंत्री का पद सौंपा गया।
- यह दायित्व उन्हें राष्ट्रीय संगठन महामंत्री राघवेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह, और सीतेश सिंह की उपस्थिति में सौंपा गया।
- स्वाती सिंह ने संगठन के विस्तार और क्षत्रिय समाज के अधिकारों के लिए निरंतर प्रयास करने का वचन दिया।
- उन्होंने समाज और संगठन के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु सदैव तत्पर रहने की प्रतिबद्धता जताई।

लखनऊ, 23 अक्टूबर 2024 – अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने स्वाती सिंह को उत्तर प्रदेश की प्रदेश महामंत्री का महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है। यह पद उन्हें संगठन के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री राघवेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह, और वरिष्ठ नेता सीतेश सिंह की उपस्थिति में सौंपा गया। स्वाती सिंह ने इस जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए सभी पदाधिकारियों का धन्यवाद किया और संगठन के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण को व्यक्त किया।
दायित्व ग्रहण पर स्वाती सिंह की प्रतिक्रिया:
इस सम्मान और जिम्मेदारी को पाकर स्वाती सिंह ने कहा, “मैं सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताते हुए यह महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है। मैं अपनी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु सदैव तत्पर रहूंगी।”
स्वाती सिंह ने यह भी कहा कि वे संगठन के विस्तार और समाज में क्षत्रिय समुदाय के अधिकारों और सम्मान के लिए निरंतर कार्य करती रहेंगी। उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि महासभा के आदर्शों और मूल्यों को समाज के हर हिस्से तक पहुँचाने के लिए वे पूर्ण रूप से सक्रिय रहेंगी।
संगठन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रतिबद्धता:
स्वाती सिंह ने समाज के उत्थान और संगठन के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु हमेशा आगे रहने का संकल्प लिया है। उनका मानना है कि क्षत्रिय समाज को सशक्त बनाने और एकजुट करने में संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि वे समाज के हर वर्ग के साथ मिलकर कार्य करेंगी और संगठन की प्रतिष्ठा को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगी।
नेतृत्व में अनुभव और समर्पण:
स्वाती सिंह के नेतृत्व में, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश में अपनी गतिविधियों और सदस्यता को बढ़ाने पर जोर देगी। वे समाज के विभिन्न मुद्दों को उठाने और समाधान के लिए हमेशा आगे रहेंगी। संगठन में उनके योगदान और अनुभव को देखते हुए, यह उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में महासभा प्रदेश में और भी मजबूत बनेगी।