
- पिंक लिक्विड एक विशेष फायर रिटार्डेंट है जो आग के फैलाव को धीमा करता है और अग्निशमन कर्मियों को समय देता है।
- पिंक लिक्विड का छिड़काव हेलीकॉप्टरों और विमानों के माध्यम से किया जाता है, जो आग के प्रभावित क्षेत्रों में इसे स्प्रे करते हैं।
- इस रसायन के कुछ नुकसान भी हैं, जैसे जल स्रोतों और वन्यजीवों के लिए हानिकारक प्रभाव।
- पिंक लिक्विड आग पर काबू पाने में मदद करता है, लेकिन इसे अन्य अग्निशमन तकनीकों के साथ मिलाकर ही प्रभावी माना जा सकता है।
लॉस एंजेलिस/नई दिल्ली/लखनऊ, 13 जनवरी 2025: एक तरफ जहां लॉस एंजेलिस (एलए) की पहचान हॉलीवुड, सांस्कृतिक विविधता, प्रमुख पर्यटन स्थलों, खेल और मनोरंजन, आर्थिक केंद्र, और प्राकृतिक सौंदर्य से होती है। हॉलीवुड इसे समूचे विश्व की फिल्म और मनोरंजन उद्योग की राजधानी बनाता है। डिज़्नीलैंड, हॉलीवुड साइन, और सैंटा मोनिका बीच जैसे यहाँ के स्थान पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, साथ ही एलए प्रमुख खेल टीमों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का केंद्र भी है। इसके अलावा, यह फिल्म निर्माण, तकनीकी स्टार्टअप्स, और अंतरराष्ट्रीय व्यापार का एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र है। मालिबू और सैन गेब्रियल पर्वत जैसे प्राकृतिक स्थलों की सुंदरता इसे और भी खास बनाती है।
वहीं दूसरी तरफ आज उसी लॉस एंजेलिस के जंगलों में लगी भीषण आग ने न केवल लोगों के जीवन को संकट में डाला है, बल्कि संपत्ति का भारी नुकसान भी किया है। यहाँ आग से अब तक 24 लोगों की जान जा चुकी है, और 1,000 से अधिक घर पूरी तरह से जलकर राख हो चुके हैं। इस आग की भयावहता के कारण करीब 12,000 से अधिक इमारतें नष्ट हो चुकी हैं और 150,000 से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। आग की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए, लॉस एंजेलिस में अग्निशमन दल ने आग पर काबू पाने के लिए “पिंक लिक्विड” नामक एक विशेष फायर रिटार्डेंट का उपयोग करना शुरू किया है, जिससे आग के फैलाव को धीमा किया जा रहा है और आग पर नियंत्रण पाने में मदद मिल रही है।
प्रख्यात पर्यावरणविद से जानें, पिंक लिक्विड क्या है और कैसे काम करता है?

मूलतः उत्तरप्रदेश के हमीरपुर निवासी जाने-माने पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी के मुताबिक ‘पिंक लिक्विड’ एक रासायनिक मिश्रण है, जो खासतौर पर जंगलों में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए तैयार किया गया है। डॉ. द्विवेदी के अनुसार, फ़ॉस-चेक एक अग्निरोधी पदार्थ है, जिसे आग बुझाने के लिए पेड़-पौधों पर छिड़का जाता है। यह अमोनियम पॉलीफ़ॉस्फ़ेट जैसे साल्ट से बना होता है और पेड़ों पर एक परत बनाकर ऑक्सीजन की सप्लाई को काट देता है। इसके फैलने से आग के तीव्रता में कमी आती है और अग्निशमन दल को आग को नियंत्रित करने का समय मिलता है। हालांकि, फ़ॉस-चेक का इस्तेमाल विवादास्पद है, क्योंकि इसका इंसानों और पर्यावरण पर बुरा असर पड़ता है। 2024 में यूनिवर्सिटी ऑफ साउदर्न कैलिफ़ोर्निया के शोध में पाया गया कि इसमें क्रोमियम और कैडमियम जैसी जहरीली धातुएं होती हैं, जो कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियां पैदा कर सकती हैं। यह रसायन जल स्रोतों में पहुंचकर जलीय जीवों के लिए भी घातक हो सकता है। साथ ही, इसकी प्रभावशीलता इलाके और मौसम जैसी पर्यावरणीय परिस्थितियों पर निर्भर करती है, जो जलवायु परिवर्तन के कारण जटिल हो गई हैं।
उन्होंने बताया कि लॉस एंजेलिस में पिंक लिक्विड का उपयोग क्यों जरूरी हुआ?
पर्यावरणविद के मुताबिक लॉस एंजेलिस और कैलिफ़ोर्निया के जंगलों में आग लगना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार की आग ने अभूतपूर्व तबाही मचाई है। तेज हवाओं और शुष्क मौसम के कारण आग ने तीव्र गति से फैलना शुरू किया। सूखे पेड़ और पौधे आग को और भी तेज बढ़ाने में मदद कर रहे थे। इन परिस्थितियों में पारंपरिक अग्निशमन तरीकों से आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया, और इसलिए पिंक लिक्विड का इस्तेमाल एक प्रभावी समाधान के रूप में किया गया। पिंक लिक्विड ने आग के फैलाव को धीमा किया और अग्निशमन कर्मियों को आग पर काबू पाने का समय दिया।
विशेषज्ञ से जानें, पिंक लिक्विड के फायदे और नुकसान
आगे उन्होंने बताया कि पिंक लिक्विड का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आग के फैलाव को रोकने और उसे नियंत्रित करने में मदद करता है। यह रसायन अग्निशमन दल को समय देता है, जिससे वे आग पर काबू पाने के लिए अन्य तकनीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, पिंक लिक्विड का छिड़काव बड़े क्षेत्र में जल्दी और प्रभावी रूप से किया जा सकता है, जिससे आग के फैलने से पहले ही उसे धीमा किया जा सकता है।
हालांकि, पिंक लिक्विड के कुछ नुकसान भी हैं। अत्यधिक इस्तेमाल से यह जल स्रोतों और वन्यजीवों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा, यह महंगा होता है और इसे बड़े पैमाने पर छिड़कने के लिए पर्याप्त आपूर्ति की आवश्यकता होती है। इसके पर्यावरणीय प्रभाव पर भी चर्चा की जा रही है, क्योंकि यह रसायन दीर्घकालिक रूप से पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित कर सकता है।
क्या पिंक लिक्विड से आग पर काबू पाया जा सकता है?
पिंक लिक्विड ने आग पर काबू पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन यह केवल आग के फैलाव को धीमा करने में मदद करता है, आग को पूरी तरह से बुझाने में नहीं। पिंक लिक्विड का इस्तेमाल अग्निशमन कर्मियों को समय देने और आग के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, ताकि वे पानी और अन्य उपकरणों का उपयोग कर सकें। इस प्रक्रिया में पिंक लिक्विड एक सहायक उपकरण के रूप में कार्य करता है, लेकिन इसे अकेले आग को पूरी तरह से बुझाने के लिए नहीं इस्तेमाल किया जा सकता।
भविष्य में नुकसान और आग पर काबू पाने की उम्मीद
लॉस एंजेलिस में आग की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है, और अगर आग पर शीघ्र नियंत्रण नहीं पाया गया, तो और अधिक नुकसान हो सकता है। इससे वायु गुणवत्ता में गिरावट, वन्यजीवों का विस्थापन, और पारिस्थितिकी तंत्र का असंतुलन हो सकता है। हालांकि, पिंक लिक्विड का प्रभावी उपयोग आग के फैलाव को धीमा करने में मदद कर रहा है, लेकिन इसका पूरा प्रभाव आग पर काबू पाने में कितना मददगार होगा, यह भविष्य में देखा जाएगा।
अंत में, पिंक लिक्विड का इस्तेमाल आग को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है, लेकिन इसे अन्य अग्निशमन तकनीकों के साथ मिलाकर ही पूरी तरह से प्रभावी माना जा सकता है। लॉस एंजेलिस के जंगलों में आग के फैलाव को रोकने के लिए यह एक सहायक समाधान हो सकता है, लेकिन आग को पूरी तरह से बुझाने के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता होगी।