
- बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार: तख्तापलट के बाद बढ़ती हिंसा पर डॉ. राजेश्वर सिंह का बयान।
- 18 दिसंबर को “हिंदू रक्षा संकल्प यात्रा”: हिंदू समाज की एकता का प्रदर्शन।
- बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले: धार्मिक स्वतंत्रता पर संकट।
- भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का आह्वान: बांग्लादेशी हिंदुओं के अधिकारों के लिए खड़े हों।
- बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा के लिए हिंदू एकता अभियान।

लखनऊ, 15 दिसम्बर 2024: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा और अत्याचार ने एक बार फिर से भारत और विश्वभर में चिंता की लहर पैदा कर दी है। खासतौर पर 5 अगस्त 2024 को हुए तख्तापलट के बाद स्थिति और बिगड़ गई है। बांग्लादेश में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों, प्रतिष्ठानों और समुदाय पर लगातार हमले किए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के सरोजनीनगर से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने हिंदू समाज को एकजुट होकर आवाज उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने 18 दिसंबर 2024 को ‘हिंदू रक्षा संकल्प यात्रा’ में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपनी एकता दिखाकर इन अत्याचारों का सशक्त प्रतिरोध करें। यह यात्रा तेलीबाग हनुमान मंदिर से शनि मंदिर चौराहे तक आयोजित की जाएगी।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार: प्रमुख घटनाएं
धार्मिक स्थलों पर हमले: सैकड़ों मंदिर तोड़े गए और मूर्तियां जलायी गईं।
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर हमले: हिंदू व्यापारियों के मकानों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया।
समुदाय को निशाना बनाना: तख्तापलट के बाद से हिंदू समुदाय पर हिंसा की घटनाओं में तेजी आई है।
महिलाओं पर अत्याचार: महिलाओं के खिलाफ भी हिंसा के मामले बढ़े हैं।
विश्वभर में निंदा: बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे हमले मानवाधिकारों का उल्लंघन करार दिए गए हैं।
हिंदू रक्षा संकल्प यात्रा: मुख्य उद्देश्य
1. अंतरराष्ट्रीय जागरूकता: बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाना।
2. एकता का प्रदर्शन: हिंदू समाज को एकजुट करके वैश्विक स्तर पर संदेश देना।
3. मानवाधिकार संरक्षण: पीड़ितों के लिए न्याय और सुरक्षा की मांग करना।
4. धार्मिक स्वतंत्रता: बांग्लादेश में हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों की रक्षा करना।
5. शांति और सहयोग: दोनों देशों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना।
‘हिंदू रक्षा संकल्प यात्रा’ की अपील
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि “हमारी एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।” उन्होंने हिंदू समाज से अपील की कि वे 18 दिसंबर 2024 को इस यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर अपनी एकजुटता और संकल्प का प्रदर्शन करें।
यात्रा का विवरण:
• तारीख: 18 दिसंबर 2024
• समय: दोपहर 1 बजे से
• स्थान: तेलीबाग हनुमान मंदिर से शनि मंदिर चौराहा तक
यात्रा का कार्यक्रम:
• तारीख: 18 दिसंबर 2024
• समय: दोपहर 1 बजे
• रूट: तेलीबाग हनुमान मंदिर से शनि मंदिर चौराहा
यह यात्रा न केवल बांग्लादेशी हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि हिंदू समाज को संगठित करने और वैश्विक मंच पर अपनी आवाज बुलंद करने का एक सुनहरा अवसर भी है। आइए, मिलकर बदलाव की शुरुआत करें।