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सहकार भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन में राष्ट्रीय पदाधिकारियों का चयन, सहकारिता आंदोलन को मजबूती देने के लिए चार प्रस्ताव पारित,

  • अधिवेशन के दूसरे दिन डॉ. उदय जोशी को राष्ट्रीय अध्यक्ष और दीपक चौरसिया को राष्ट्रीय महामंत्री चुना गया।
  • मुल्क्नूर कोआपरेटिव सोसाइटी को यह सम्मान इफको एमडी उदयशंकर अवस्थी द्वारा प्रदान किया गया।
  • इफको के प्रबंध निदेशक उदयशंकर अवस्थी ने नैनो उर्वरक के उपयोग और सहकारिता के माध्यम से रोजगार सृजन पर प्रकाश डाला।
  • सहकारी कानूनों का आधुनिकीकरण, प्रशिक्षण, जागरूकता, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार और केंद्र सरकार के प्रति अभिनंदन प्रस्ताव पारित हुए।
  • प्रकाश पाठक द्वारा सहकार भारती के कार्यकर्ताओं को सहकारिता आंदोलन में योगदान के लिए प्रेरित किया गया।

अमृतसर/लखनऊ: सहकार भारती का आठवां राष्ट्रीय अधिवेशन अमृतसर में भव्यता के साथ संपन्न हुआ। अधिवेशन के दूसरे दिन का अंतिम सत्र सहकारिता आंदोलन को नए आयाम देने और संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा। इस दौरान न केवल राष्ट्रीय पदाधिकारियों का निर्वाचन हुआ, बल्कि सहकारिता क्षेत्र के विकास के लिए चार प्रस्ताव भी पारित किए गए।

राष्ट्रीय पदाधिकारियों का निर्वाचन

अधिवेशन के दूसरे दिन सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय महामंत्री के पद का चुनाव सम्पन्न हुआ।
• डॉ.उदय जोशी को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।
• दीपक चौरसिया को राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में निर्वाचित किया गया।

• चुनाव प्रक्रिया का संचालन सहकार भारती के संरक्षक रमेश वैद्य ने किया।
इस प्रक्रिया ने संगठन के लोकतांत्रिक और पारदर्शी स्वरूप को दर्शाया।

विशेष परिचर्चा सत्र

परिचर्चा सत्र में सहकारिता आंदोलन से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई:
1. नैनो उर्वरक के उपयोग पर प्रकाश: इफको के मार्केटिंग डायरेक्टर योगेंद्र कुमार ने किसानों के लिए नैनो उर्वरक के लाभों पर विस्तार से जानकारी दी।
2. रोजगार सृजन के माध्यम के रूप में सहकारिता: इफको के एमडी उदयशंकर अवस्थी ने सहकारी समितियों को ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने का साधन बताया।
3. सहकारी समितियों का निर्माण: नैकोफ के श्रीराम इकबाल ने अधिक से अधिक सहकारी समितियों की स्थापना पर जोर दिया।

सहकार भारती के कार्यकर्ताओं के लिए मार्गदर्शन
• कार्यकर्ता निर्माण, कार्यपद्धति और विकास जैसे विषयों पर प्रकाश पाठक ने सहकार भारती के कार्यकर्ताओं को प्रेरणादायक मार्गदर्शन दिया।
• इन चर्चाओं ने कार्यकर्ताओं के उत्साह और दृष्टिकोण को और मजबूत किया।

सहकारिता के लिए चार प्रस्ताव पारित

राष्ट्रीय महामंत्री डॉ.उदय जोशी ने सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए चार प्रमुख प्रस्ताव प्रस्तुत किए, जिन्हें सर्वसम्मति से पारित किया गया:
1. सहकारी क्षेत्र में कानूनों का आधुनिकीकरण
• सहकारी समितियों को स्वतंत्र और सशक्त आर्थिक उद्यम के रूप में कार्य करने में सक्षम बनाने पर जोर दिया गया।
2. प्रशिक्षण, शिक्षा और जागरूकता का प्रसार
• सहकारी आंदोलन के विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों और जागरूकता अभियानों की आवश्यकता पर बल दिया गया।
3. केंद्र सरकार के प्रति अभिनंदन प्रस्ताव
• सहकारिता क्षेत्र में सरकार के सहयोगात्मक कदमों की सराहना की गई।
4. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना
• सहकारी समितियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक मजबूती लाने का लक्ष्य रखा गया।

महादेव हरि अन्ना साहब गोडबोले स्मृति पुरस्कार का वितरण

कार्यक्रम में मुल्क्नूर कोआपरेटिव सोसाइटी को “महादेव हरि अन्ना साहब गोडबोले स्मृति प्रथम पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
• सोसाइटी के चेयरमैन प्रवीण रेड्डी ने यह पुरस्कार इफको के प्रबंध निदेशक उदयशंकर अवस्थी से प्राप्त किया।
• इस सम्मान ने सहकारिता क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मुल्क्नूर कोआपरेटिव सोसाइटी के प्रयासों को मान्यता दी।

सहकार भारती का यह अधिवेशन सहकारी आंदोलन को नई दिशा देने और इसे जन-जन तक पहुंचाने के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। प्रस्तावों और चर्चाओं ने यह स्पष्ट किया कि सहकारिता केवल आर्थिक विकास का माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक उत्थान का एक सशक्त साधन है।

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