
- महापौर का योगदान: महापौर सुषमा खर्कवाल ने सशस्त्र सेना कोष में धनराशि दान कर सैनिक परिवारों के कल्याण हेतु अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
- झंडा बैच का सम्मान: भूतपूर्व सैनिकों ने महापौर को झंडा बैच लगाकर उनका अभिनंदन किया।
- सशस्त्र सेना झंडा दिवस का महत्व: महापौर ने 7 दिसंबर को वीर जवानों के सम्मान का प्रतीक बताया और शहीदों, विधवाओं और सैनिकों के कल्याण के लिए योगदान की अपील की।
- कार्यक्रम में अधिकारी: विंग कमांडर मुकेश तिवारी और जिला सैनिक कल्याण बोर्ड अधिकारी ने महापौर का आभार व्यक्त किया।
- दान हेतु प्रोत्साहन: कार्यक्रम में लखनऊवासियों को भी सैनिक कल्याण कोष में दान देने के लिए प्रेरित किया गया।

लखनऊ, 07 दिसम्बर 2024: सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल ने देश के वीर सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए सराहनीय योगदान दिया। भूतपूर्व सैनिकों ने महापौर को झंडा बैच लगाकर उनका सम्मान करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर महापौर ने सशस्त्र सेना कोष में दान कर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। यह धनराशि सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण में खर्च की जाती है।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस देश के वीर जवानों के सम्मान का प्रतीक है। हर साल 7 दिसंबर को यह दिवस भारतीय सेना, नौसेना, और वायुसेना के जवानों और उनके परिवारों की भलाई के लिए मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस दिन हमें शहीदों, विधवाओं, भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए खुले दिल से योगदान देना चाहिए।
महापौर ने अपने संबोधन में इस दिवस के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह परंपरा 1949 से चली आ रही है। इस दिन, झंडा बैज बांटकर आम जनता से सैनिक कल्याण के लिए दान एकत्र किया जाता है। महापौर ने सभी नागरिकों से इस पुनीत कार्य में योगदान देने की अपील की।
इस अवसर पर विंग कमांडर मुकेश तिवारी और जिला सैनिक कल्याण बोर्ड अधिकारी राजेश कुमार सैनी ने महापौर का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने लखनऊवासियों को भी सैनिक कल्याण कोष में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।