
- डिजिटल शिक्षा केंद्र की स्थापना: सरोजिनी नगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की पहल पर लतीफ नगर समेत 10 गांवों में डिजिटल शिक्षा केंद्र संचालित।
- मुफ्त डिजिटल ट्रेनिंग: 1,000+ युवाओं को C++, Java, Python, डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग जैसी आधुनिक स्किल्स की मुफ्त शिक्षा।
- जॉब ओरिएंटेड कोर्स: छात्रों को Infosys, NIIT, EduBridge जैसी कंपनियों से प्रमाण पत्र मिलते हैं, जिससे आईटी और स्टार्टअप सेक्टर में नौकरी के अवसर बढ़ रहे हैं।
- गांवों में डिजिटल क्रांति: सरोजिनी नगर क्षेत्र अब केवल खेती-किसानी तक सीमित नहीं, बल्कि डिजिटल शिक्षा से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।
- डॉ. राजेश्वर सिंह का संकल्प: “जब गांव डिजिटल होंगे, तभी देश आत्मनिर्भर बनेगा” – डिजिटल इंडिया मिशन को ग्रामीण स्तर पर साकार करने का प्रयास।

लखनऊ, 10 मार्च 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया मिशन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश अभियान को साकार करते हुए सरोजिनी नगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने क्षेत्र में डिजिटल शिक्षा क्रांति की शुरुआत की है। उनकी विशेष पहल से लखनऊ के सरोजिनी नगर क्षेत्र के लतीफ नगर समेत 10 गांवों में रण बहादुर सिंह डिजिटल शिक्षा एवं युवा सशक्तिकरण केंद्र संचालित किए जा रहे हैं।

इन केंद्रों के माध्यम से 1,000 से अधिक युवाओं को मुफ्त में आधुनिक डिजिटल तकनीकों की शिक्षा दी जा रही है, जिससे वे कॉरपोरेट संस्थानों, आईटी कंपनियों और स्टार्टअप्स में रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर रहे हैं।
कटियार मार्केट: डिजिटल क्रांति का नया केंद्र
लतीफ नगर के कटियार मार्केट की सीढ़ियां, जहां पहले सिर्फ बाजार की चहल-पहल देखी जाती थी, अब डिजिटल शिक्षा के प्रवेश द्वार के रूप में जानी जाती हैं। यहां से हर दिन सैकड़ों युवा अपने सपनों को उड़ान देने के लिए डिजिटल शिक्षा केंद्र की ओर कदम बढ़ाते हैं।
यह केंद्र न केवल लतीफ नगर, बल्कि आसपास के 10 अन्य गांवों को भी डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ा रहा है।
डिजिटल शिक्षा: युवाओं के लिए सुनहरा अवसर

आज के प्रतिस्पर्धात्मक दौर में पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ डिजिटल स्किल्स भी जरूरी हो गए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इस केंद्र में बेसिक से लेकर एडवांस लेवल तक की डिजिटल ट्रेनिंग दी जा रही है।
यहां सिखाए जाने वाले प्रमुख डिजिटल कोर्स:
✅ प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस – C++, Java, Python
✅ बेसिक कंप्यूटर स्किल्स – Microsoft Word, Excel, PowerPoint, Outlook
✅ ग्राफिक डिजाइनिंग – Adobe Photoshop, CorelDRAW, Canva
✅ वीडियो एडिटिंग – Adobe Premiere Pro, After Effects, DaVinci Resolve
✅ डिजिटल मार्केटिंग और सोशल मीडिया मैनेजमेंट
इन कोर्सों के जरिए युवा न केवल डिजिटल युग के अनुरूप खुद को विकसित कर रहे हैं, बल्कि बड़े कॉरपोरेट सेक्टर में रोजगार के बेहतर अवसर भी हासिल कर रहे हैं।
Infosys, NIIT और EduBridge से प्रमाण पत्र

इस डिजिटल शिक्षा केंद्र में पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों को Infosys, NIIT और EduBridge जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों से प्रमाण पत्र दिए जाते हैं, जिससे उन्हें बड़ी कंपनियों में नौकरी पाने में सहायता मिलती है।
डॉ. राजेश्वर सिंह: हर नागरिक के लिए समर्पित जनसेवक

सरोजिनी नगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का मानना है कि –
“अगर भारत को आगे बढ़ाना है, तो इसकी शुरुआत गांवों से करनी होगी। जब गांव डिजिटल होंगे, तभी देश आत्मनिर्भर बनेगा!”
इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सरोजिनी नगर क्षेत्र के हर गांव को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने का लक्ष्य रखा है और उसी दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं।
डॉ. सिंह न केवल डिजिटल शिक्षा को गांवों तक पहुंचाने का संकल्प लिए हुए हैं, बल्कि क्षेत्रवासियों की सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और अन्य बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए भी हमेशा तत्पर रहते हैं।
डिजिटल शिक्षा से बदली युवाओं की जिंदगी
छात्रों की राय:

डिजिटल शिक्षा केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा –
“हमें विश्वास नहीं हो रहा कि हमारे गांव में इतनी आधुनिक शिक्षा मुफ्त में मिल रही है। अब हम सिर्फ पढ़ाई तक सीमित नहीं हैं, बल्कि बड़े आईटी सेक्टर में नौकरी पाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
प्रशिक्षक आशीष सिंह की राय

केंद्र में पढ़ाने वाले प्रशिक्षक ने truenewsup.com के मुख्य सम्पादक शिवसागर सिंह से बातचीत में बताया कि “इस डिजिटल शिक्षा केंद्र ने युवाओं की सोच और जीवन बदल दिया है। अब वे खुद को ग्लोबल मार्केट के लिए तैयार कर रहे हैं।”

डिजिटल इंडिया का सपना अब ग्रामीण क्षेत्रों में साकार हो रहा है। लतीफ नगर और सरोजिनी नगर क्षेत्र के अन्य गांव अब केवल खेती-किसानी और पारंपरिक व्यवसायों तक सीमित नहीं हैं। यहां के युवा डिजिटल युग का हिस्सा बनकर अपने गांव और देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
“कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं होता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों!”
डॉ. राजेश्वर सिंह की इस महत्वपूर्ण पहल ने यह साबित कर दिया है कि ग्रामीण भारत भी अब डिजिटल भारत का अभिन्न हिस्सा बन रहा है।
डॉ. राजेश्वर सिंह की यह पहल सरोजिनी नगर क्षेत्र में डिजिटल क्रांति लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह केंद्र न केवल युवाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बना रहा है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बना रहा है।
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