
- सपा विधायक अबू आजमी के बयान पर भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने जताई कड़ी आपत्ति।
- उन्होंने औरंगजेब को इतिहास का क्रूरतम शासक बताया।
- सपा से सवाल किया कि क्या वह भी इस विचारधारा का समर्थन करती है?
- अगर समाजवादी पार्टी चुप रहती है, तो यह मौन सहमति मानी जाएगी।
- हिंदू आस्था और बलिदानियों के अपमान पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी द्वारा औरंगजेब के बचाव में दिए गए बयान पर भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब का बचाव करना उन लाखों बलिदानियों का अपमान है, जिन्होंने धर्म, राष्ट्र और स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने समाजवादी पार्टी से सवाल किया कि क्या पार्टी भी औरंगजेब की विभाजनकारी और कट्टरपंथी सोच का समर्थन करती है? उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी इस बयान से खुद को अलग नहीं करती और अबू आज़मी पर कार्रवाई नहीं करती, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि पार्टी भी वही मानसिकता रखती है जो औरंगजेब की थी।
औरंगजेब – क्रूरता और अन्याय का प्रतीक
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि औरंगजेब न केवल क्रूर, कट्टर और तानाशाह था, बल्कि उसने धर्म और समाज को तोड़ने का प्रयास किया। अपने पिता शाहजहां को कैद कर दिया। अपने भाई दारा शिकोह की हत्या करवाई। काशी विश्वनाथ, सोमनाथ सहित सैकड़ों मंदिर ध्वस्त करवाए। हिंदुओं पर जजिया कर लगाया और उनके त्योहारों पर प्रतिबंध लगाया। गुरु तेग बहादुर जी की निर्ममता से हत्या करवाई। गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों साहिबजादों को निर्दयता से शहीद किया। छत्रपति संभाजी महाराज जी को यातनाएं देकर मौत के घाट उतार दिया।
“ऐसे क्रूर शासक का बचाव करना देश के इतिहास, धर्म और बलिदानियों का सीधा अपमान है।”
सपा अबू आज़मी पर कार्रवाई करे या स्वीकार करे कि वह औरंगजेब की विचारधारा का समर्थन करती है – डॉ. सिंह
भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने समाजवादी पार्टी से सीधा सवाल किया कि –
👉 क्या हिंदू आस्था का अपमान करना समाजवादी पार्टी की विचारधारा है?
👉 क्या सपा अबू आज़मी के बयान से सहमत है?
👉 अगर नहीं, तो अब तक उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
उन्होंने कहा कि यदि समाजवादी पार्टी अबू आज़मी पर कोई कार्रवाई नहीं करती, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि वह भी औरंगजेब की मानसिकता का समर्थन करती है।
समाज को तोड़ने वाली विचारधारा को नहीं किया जाएगा स्वीकार
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति सनातन परंपरा, भाईचारे और बलिदान की गाथा से जुड़ी हुई है। यहां ऐसे किसी भी व्यक्ति या विचारधारा के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता, जो समाज को बांटने और हिंदू आस्था पर चोट करने का काम करे।
“समाजवादी पार्टी को अबू आजमी के बयान पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी, अन्यथा यह माना जाएगा कि वह भी औरंगजेब के विचारों की समर्थक है।