
- आगामी 15 दिनों में जिले के सभी विद्यालयों में 9 से 14 वर्ष की 80,000 बच्चियों का किया जाएगा शत-प्रतिशत एच0पी0वी0 टीकाकरण
- बेटा-बेटी में भेदभाव मिटाकर बेटियों को सशक्त बनाना होगा
- स्वस्थ बेटियां सशक्त समाज की नींव
- राजभवन में सभी बच्चियों का एच0पी0वी0 टीकाकरण पूरा

लखनऊ, 18 दिसंबर, 2024: प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज वाराणसी के शिवपुर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (नगर क्षेत्र) में आयोजित सर्वाइकल कैंसर जागरूकता शिविर के अंतर्गत “जीवन रक्षा एच0पी0वी0 वैक्सीन अभियान“ का शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत आगामी 15 दिनों में जिले के सभी विद्यालयों में 9 से 14 वर्ष की 80,000 बच्चियों का शत-प्रतिशत निःशुल्क एच0पी0वी0 टीकाकरण किया जाएगा। इसके अंतर्गत छह माह के अंतराल पर बच्चियों को दो डोज़ दी जाएंगी। इस अवसर पर राज्यपाल जी ने “सबल काशी“ कार्यक्रम का उद्घाटन तथा 10 बालिकाओं को निःशुल्क एच0पी0वी0 टीकाकरण प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि महिलाओं और बेटियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। इस टीकाकरण अभियान से 80,000 बच्चियां लाभान्वित होंगी, जो स्वस्थ और सशक्त होकर समाज को मजबूत करेंगी। उन्होंने बताया कि राजभवन में रहने वाली सभी बच्चियों का एच0पी0वी0 टीकाकरण पहले ही सुनिश्चित किया जा चुका है।

राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं को अपनी सेहत पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि उनका स्वास्थ्य ही उनके परिवार की आधारशिला है। उन्होंने बेटा-बेटी में भेदभाव खत्म करने पर जोर देते हुए कहा कि बेटियों में जो ताकत है, उसे पहचानें। बेटियां समाज और परिवार को गर्वित करती हैं। उन्होंने डॉक्टरों और युवाओं को अनुसंधान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की प्रेरणा दी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में अनुसंधान के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारे वैज्ञानिकों ने कोरोना वैक्सीन विकसित की, उसी प्रकार अन्य बीमारियों के लिए भी प्रयास होने चाहिए। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे बच्चियों के इस निःशुल्क टीकाकरण अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लें। उन्होंने कहा कि अपने आस-पास की बच्चियों को इस अभियान से जोड़ें और उनके जीवन को सुरक्षित रखें। उन्होंने बताया कि एच0पी0वी0 वैक्सीन 09 प्रकार के वायरस से सुरक्षा प्रदान करती है, जो सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण हैं। 22 वर्ष तक की बच्चियों को भी यह टीका दिया जा सकता है, लेकिन उनके लिए डोज़ की संख्या बढ़ानी होगी।
राज्यपाल जी ने अपने गुजरात के कार्यकाल के अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे कटे होठ और जन्मजात विकृति के इलाज के लिए व्यापक प्रयास किए गए थे। उन्होंने कहा कि बेटियों को सशक्त बनाकर भविष्य के खर्चों को 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने समाज सेवा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे अधिकारियों और संस्थाओं की सराहना की।
जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एच0पी0वी0 टीकाकरण सर्वाइकल कैंसर से लड़ने का एक सशक्त माध्यम है। इस टीकाकरण के बाद महिलाओं में इस जानलेवा बीमारी के 90 प्रतिशत मामलों को रोका जा सकेगा। उन्होंने राज्यपाल जी और युवा अनस्टॉपेबल संस्था को धन्यवाद देते हुए महिलाओं और बेटियों के उत्थान के लिए लगातार हो रहे प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त किया।
युवा अनस्टॉपेबल के निदेशक, ऋषि कुमार ने निःशुल्क एच0पी0वी0 टीकाकरण अभियान की जानकारी प्रस्तुत करते हुए बताया कि वाराणसी जिले की 9 से 14 वर्ष की 80,000 बालिकाओं का दो चरणों में टीकाकरण किया जाएगा। प्रत्येक बालिका को छह महीने के अंतराल पर वैक्सीन की दो खुराक दी जाएंगी।
जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने राज्यपाल का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके दिशा-निर्देशों के कारण वाराणसी में बच्चियों के स्वास्थ्य, आंगनवाड़ी केंद्रों के विकास और महिला उत्थान के लिए सतत कार्य हो रहे हैं। उन्होंने इस अभियान में मुख्य विकास अधिकारी और उनकी टीम के योगदान की भी सराहना की। विशेषज्ञों के अनुसार एच0पी0वी0 वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर के मामलों में 90 प्रतिशत तक कमी ला सकती है, विशेष रूप से जब इसे 9 से 14 वर्ष की उम्र में लगाया जाता है। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उन्हें दो या तीन डोज़ की आवश्यकता होती है।