
- 34वीं रामरथ यात्रा हनुमानपुरी से रवाना हुई, जिसमें श्रद्धालुओं ने भव्य राम मंदिर के दर्शन किए और डॉ. राजेश्वर सिंह का आभार व्यक्त किया।
- यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को जलपान, भोजन, प्रसाद और अन्य सुविधाएं प्रदान की गईं, साथ ही उन्हें अंगवस्त्र और श्रीमद्भगवद्गीता भेंट की गई।
- विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि समाज की जरूरतों और भावनाओं का सम्मान करना जनसेवा का मुख्य उद्देश्य है और यह यात्रा उनकी इसी सोच का हिस्सा है।
- रामरथ यात्रा का आयोजन हर महीने दो बार किया जाता है, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को राम के दर्शन का अवसर मिल सके।
- विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने संकल्प लिया कि रामरथ यात्रा का यह निःशुल्क सेवा भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगा।

लखनऊ, 06 दिसम्बर 2024: सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शुक्रवार को 34वीं ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ का आयोजन किया। यह यात्रा हनुमानपुरी से अयोध्या के लिए रवाना हुई, जिसमें क्षेत्र के वृद्धजन, महिलाएं और अन्य श्रद्धालु शामिल हुए। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को भव्य राम मंदिर और प्रभु श्री राम के दर्शन कराने का था। इस अवसर पर यात्रा में शामिल श्रद्धालु अत्यधिक उत्साहित और भावुक दिखे। उन्होंने विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे अपने जीवन में पहली बार प्रभु श्री राम के दर्शन करने के लिए अयोध्या जा रहे हैं और यह उनके लिए एक अद्वितीय अनुभव है। श्रद्धालुओं ने कहा कि यह सौभाग्य केवल डॉ. राजेश्वर सिंह के प्रयासों से ही संभव हो पाया है, जिन्होंने इस यात्रा का आयोजन किया और क्षेत्रवासियों की आस्था का सम्मान किया।

डॉ. राजेश्वर सिंह की इस यात्रा का विशेष उद्देश्य क्षेत्र के लोगों की आस्था को बढ़ावा देना और सनातन संस्कृति के संवर्धन में योगदान देना है। विधायक द्वारा चलाए जा रहे इस निःशुल्क बस सेवा की शुरुआत कुछ साल पहले की गई थी और आज यह यात्रा 34वीं बार आयोजित की जा रही है। यात्रा के दौरान, श्रद्धालुओं को उनके घर से लेकर अयोध्या तक यात्रा की पूरी व्यवस्था की जाती है। बस यात्रा के अलावा, विधायक की टीम द्वारा श्रद्धालुओं को जलपान, भोजन, प्रसाद, और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। इसके अलावा, यात्रा के समापन पर श्रद्धालुओं को अंगवस्त्र और श्रीमद्भगवद्गीता भेंट की जाती है, जिससे उन्हें सम्मानित किया जाता है।

विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का मानना है कि जनसेवा का मुख्य उद्देश्य समाज की जरूरतों और भावनाओं का सम्मान करना है। उन्होंने कहा, “यह यात्रा न केवल श्रद्धालुओं को राम लला के दर्शन का अवसर देती है, बल्कि उनके आस्था को भी बल प्रदान करती है। सनातन संस्कृति का संवर्धन और संरक्षण मेरा प्रमुख कर्तव्य है, और इस यात्रा के माध्यम से हम सभी की आस्था को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि इस यात्रा का आयोजन भविष्य में भी अनवरत जारी रहेगा, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु प्रभु राम के दर्शन कर सकें और उनकी आस्था और भक्ति में वृद्धि हो सके।
डॉ. सिंह ने क्षेत्र के विकास, धार्मिक आस्था और समाज की सेवा के लिए कई पहल की हैं। ‘रामरथ यात्रा’ उनकी उन प्रयासों का हिस्सा है, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किए जा रहे हैं। डॉ. सिंह का मानना है कि इस तरह की पहल से समाज में एकजुटता बढ़ती है और सांस्कृतिक धरोहरों का सम्मान किया जाता है। उनके अनुसार, यह यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करने का एक माध्यम भी है।
इस यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे हमेशा से राम के दर्शन करना चाहते थे, लेकिन यात्रा का खर्च और अन्य कारणों से यह संभव नहीं हो पा रहा था। इस निःशुल्क बस सेवा के माध्यम से उन्हें वह अवसर मिला, जिसके लिए वे डॉ. राजेश्वर सिंह के आभारी हैं। श्रद्धालुओं ने इस यात्रा के आयोजन को एक अद्वितीय पहल बताया, जो केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संवर्धन की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।