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रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा के बाद विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने सिख श्रद्धालुओं के लिए शुरू की ऐतिहासिक करतारपुर तीर्थयात्रा

  • करतारपुर तीर्थयात्रा: पहली बार सरोजनीनगर के 41 सिख श्रद्धालुओं के लिए विशेष यात्रा आयोजित।
  • रामरथ श्रवण यात्रा का विस्तार: 5,000 से अधिक श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन कराने के बाद अब सिखों के लिए नई पहल।
  • विशेष यात्रा व्यवस्था: श्रद्धालु अमृतसर, वाघा बॉर्डर और करतारपुर साहिब के दर्शन करेंगे।
  • सिख समाज का आभार: लखनऊ के गुरुद्वारा समितियों और सिख संगठनों ने विधायक डॉ. सिंह को सम्मानित किया।
  • धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा: विधायक ने ‘विरासत-ए-खालसा’ तीर्थ स्थल की स्थापना का संकल्प दोहराया।

लखनऊ, धार्मिक आस्था और सामाजिक समरसता के प्रतीक सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर साहिब तीर्थयात्रा की विशेष व्यवस्था कर इतिहास रच दिया है। इससे पहले वे 37 बार ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ का सफल आयोजन कर 5,000 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को प्रभु श्रीराम के दर्शन करा चुके हैं। अब इस धार्मिक यात्रा को और व्यापक स्वरूप देते हुए, उन्होंने 41 सिख श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से करतारपुर साहिब यात्रा की पहल की है।

करतारपुर यात्रा की ऐतिहासिक पहल

डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा आयोजित करतारपुर तीर्थयात्रा 24 फरवरी 2025 को शुरू होगी। श्रद्धालु लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से अमृतसर के लिए रवाना होंगे, जहां वे स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकेंगे। इसके बाद, वाघा बॉर्डर पार कर पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में गुरु नानक देव जी का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। यह यात्रा 26 फरवरी 2025 को पूरी होगी, जब सभी श्रद्धालु वापस लखनऊ लौटेंगे।

विधायक आवास पर बोर्डिंग पास वितरण और सम्मान समारोह

इस ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत से पहले, विधायक आवास (K950, आशियाना) पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं को विधिवत बोर्डिंग पास सौंपे गए। इस अवसर पर सिख समुदाय के प्रतिनिधियों और गुरुद्वारा समितियों के प्रमुखों को भी सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा:
“हमारे सिख भाई-बहनों की आस्था और धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना हमारा कर्तव्य है। यह यात्रा गुरु नानक देव जी की कृपा से संभव हो रही है। मैंने स्वयं सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।”

उन्होंने सिख गुरुओं के बलिदानों को याद करते हुए कहा कि,
“सिख समुदाय की वीरता और निस्वार्थ सेवा के कारण ही आज भारत की संस्कृति और परंपराएँ जीवंत हैं।”

प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा और ‘विरासत-ए-खालसा’ की स्थापना का संकल्प

डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए करतारपुर कॉरिडोर के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि,
“प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता और संकल्पशक्ति के कारण आज करतारपुर साहिब की यात्रा सहज और सुलभ हो पाई है।”

इसके साथ ही, उन्होंने सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र में ‘विरासत-ए-खालसा’ तीर्थ स्थल स्थापित करने का संकल्प दोहराया, जिससे धार्मिक पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।

सिख समुदाय ने विधायक को किया सम्मानित

इस अवसर पर सिख समुदाय के प्रतिनिधियों और विभिन्न गुरुद्वारा समितियों ने विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह को सम्मानित किया और उनके इस अभूतपूर्व प्रयास की सराहना की।

समाजसेवा और धार्मिक समरसता की मिसाल

डॉ. राजेश्वर सिंह ने रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा और अब करतारपुर तीर्थयात्रा के जरिए यह साबित कर दिया है कि सार्वजनिक जीवन सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग के प्रति सेवा भाव भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उनकी यह पहल धार्मिक पर्यटन और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने का एक ऐतिहासिक कदम है।

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