
- लखनऊ में प्रमुख सचिव परिवहन अमित गुप्ता की अध्यक्षता में यूपी-बिहार बस सेवाओं पर बैठक सम्पन्न हुई।
- बिहार के प्रशासक अतुल कुमार सहित दोनों राज्यों के परिवहन अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।
- बैठक में नए बस मार्ग जोड़ने और परमिट व फेरों की संख्या बढ़ाने पर सहमति बनी।
- प्रमुख सचिव ने कहा कि इस कदम से राजस्व बढ़ेगा और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
- जल्द ही अनुपूरक समझौते के जरिए विस्तृत योजना लागू की जाएगी।
लखनऊ, 29 मई 2025: उत्तर प्रदेश एवं बिहार के मध्य परिवहन सेवाओं को और अधिक सुदृढ़, सुविधाजनक एवं व्यापक बनाने के उद्देश्य से आज उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) मुख्यालय, लखनऊ के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव परिवहन अमित गुप्ता ने की, जबकि बिहार राज्य की ओर से अतुल कुमार, प्रशासक, बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSPTC) उपस्थित रहे।
बैठक का उद्देश्य
बैठक का मुख्य उद्देश्य दोनों राज्यों के बीच बस सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए पारस्परिक सहमति बनाना रहा। इसके अंतर्गत पूर्व में निष्पादित मूल्य समझौते के अंतर्गत नये मार्गों को शामिल करने, परमिट की संख्या बढ़ाने एवं फेरों (Trips) की संख्या में वृद्धि करने पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में यह सहमति बनी कि उत्तर प्रदेश एवं बिहार के बीच अंतर्राज्यीय मार्गों पर बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों का संचालन, चाहे वह निगम के स्वामित्व में हों या निजी स्वामित्व की हों, नए परमिट के माध्यम से संचालित किया जाएगा।
प्रमुख सचिव का बयान
प्रमुख सचिव अमित गुप्ता ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा:
“नए मार्गों के जुड़ने और बस फेरों की संख्या बढ़ने से जहां एक ओर दोनों राज्यों के बीच लोगों की आवाजाही और संपर्क सुगम होगा, वहीं दूसरी ओर राजस्व में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय परिवहन मंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि प्रदेश के नागरिकों को सरल, सुलभ, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।”
उपस्थित अधिकारी
बैठक में उत्तर प्रदेश की ओर से विशेष सचिव परिवहन के.पी. सिंह, प्रबंध निदेशक UPSRTC मासूम अली सरवर, अपर प्रबंध निदेशक रामसिंह वर्मा एवं बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से क्षेत्रीय प्रबंधक पवन शांडिल्य सहित दोनों राज्यों के संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में दोनों राज्यों के बीच आवागमन की बेहतर व्यवस्था हेतु नीतिगत स्तर पर सहमति बन गई है। अब जल्द ही अनुपूरक समझौते के माध्यम से मार्गों और फेरों का विस्तृत निर्धारण कर यात्रियों को अधिक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे न केवल यात्री सुविधाओं में इजाफा होगा बल्कि दो राज्यों के सामाजिक, आर्थिक और पर्यटनिक संबंध भी सशक्त होंगे। यह बैठक दोनों राज्यों के नागरिकों के लिए सुगम परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जिससे भविष्य में परिवहन के क्षेत्र में और भी नए आयाम जुड़ने की संभावना है।