HomeMahakumbh- 2025महाकुम्भ 2025: श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की भव्य प्रवेश शोभायात्रा

महाकुम्भ 2025: श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की भव्य प्रवेश शोभायात्रा

महाकुम्भ 2025: श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की भव्य प्रवेश शोभायात्रा

प्रयागराज की सक्कों पर निकली शोभायात्रा पर भक्तों ने बरसाए पुष्प

  • श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की भव्य शोभायात्रा महाकुम्भ 2025 में प्रवेश करके अपना दर्ज किया।
  • शोभायात्रा में 7,000 से अधिक संतों और महंतों ने भाग लिया।
  • गुरु नानक की गुरबानी के जयकारों ने पूरे माहौल को आध्यात्मिक बना दिया।
  • शोभायात्रा के दौरान स्थानीय निवासीयों ने पुष्पवर्षा कर संतों का स्वागत किया।
  • अखाड़ा विभिन धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, जिसमें लंगर और मेडिकल कैंप शामिल हैं।

महाकुम्भ नगर, 10 जनवरी 2025: मुखमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रयागराज आध्यात्मिकता का केंद्र बन चुका है, जहां सनातन धर्म के सभी संप्रदाय सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। शैव अखाड़ों के “हर हर महादेव” और वैष्णव अखाड़ों के “जय श्री राम” के जयकारों में अब उदासीन अखाड़ों के “जय श्री चंद्र” की गूंज भी शामिल हो चुकी है। महाकुम्भ 2025 के दौरान संगम की पवित्र रेत श्रद्धा, आध्यात्मिकता और भक्ति के संगम से जीवंत हो उठी है। विभिन अखाड़ों की उपस्थिति ने पूरे कुंभ क्षेत्र को भव्यता से आलोकित कर दिया है। सन्यासी और वैष्णव अखाड़ों के बाद अब उदासीन संप्रदाय ने अखाड़ा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। परंपरा और आस्था के भव्य प्रदर्शन में, श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन ने अपनी शोभायात्रा के माध्यम से कुंभ नगरी में प्रवेश किया।

श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की भव्य छावनी प्रवेश शोभायात्रा महाकुम्भ क्षेत्र में एक अद्भुत दृश्य था। शहर और कुंभ क्षेत्र के श्रद्धालु बड़ी संख्या में इस आयोजन को देखने के लिए एकत्र हुए, जो उनकी गहरी आस्था को दर्शाता है। शोभायात्रा की अगुवाई में पूजनीय श्री चंद्रदेव भगवान की पालकी थी, जिसके पीछे अखाड़े के संतों और महंतों की भव्य परेड चल रही थी। गुरु नानक की गुरबानी के जयकारों ने पूरे माहौल को और भी आध्यात्मिक बना दिया। अखाड़ा के सचिव महंत जगतार मुनि के अनुसार, इस भव्य प्रवेश शोभायात्रा में 7,000 से अधिक संतों, जिनमें महंत, श्री महंत और महामंडलेश्वर शामिल थे, ने भाग लिया, जो परंपरा और भक्ति का अद्वितीय संगम था।

शोभायात्रा मुथिगंज के मुंशी राम बाघिया से शुरू होकर शहर के विभिन मार्गों से होती हुई महाकुम्भ क्षेत्र में पहुंची। रास्ते में स्थानीय निवासीयों ने कई स्थानों पर पुष्पवर्षा कर संतों का स्वागत किया। महंत जगतार मुनि ने बताया कि महाकुम्भ क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद, अखाड़ा विभिन धार्मिक, सामाजिक और संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। जाति और सामाजिक भेदभाव को अस्वीकार करने के लिए प्रसिद्ध यह अखाड़ा प्रतिदिन हजारों लोगों के लिए सामूहिक भोजन (लंगर) का आयोजन करेगा, मेडिकल कैंप स्थापित करेगा और संतों द्वारा आध्यात्मिक प्रवचन आयोजित करेगा।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments