
- महाकुम्भ 2025 में 16 जनवरी से 24 फरवरी तक सुरों का अद्भुत संगम होगा।
- शंकर महादेवन द्वारा उद्घाटन और मोहित चौहान द्वारा समापन किया जाएगा।
- कैलाश खेर, कविता सेठ, नितिन मुकेश, सुरेश वाडेकर जैसे दिग्गज कलाकार प्रस्तुतियां देंगे।
- शास्त्रीय नृत्य, लोक संगीत और नाट्य कलाएं भी प्रदर्शन का हिस्सा होंगी।
- उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
महाकुम्भनगर/प्रयागराज, 10 जनवरी 2025: महाकुम्भ 2025 आध्यात्मिकता, संस्कृति और कलात्मकता का अद्भुत समागम बनने जा रहा है। यह केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह परंपराओं, सांस्कृतिक धरोहरों और कलात्मक अभिव्यक्तियों का भी संगम है। गंगा पंडाल में सुरों का अद्भुत संगम 16 जनवरी से 24 फरवरी तक देखने को मिलेगा, जिसमें देशभर के प्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से लोगों को भावविभोर करेंगे। यह आयोजन भक्ति और आस्था की कहानियों के साथ भारतीय सांस्कृतिक विविधता का जीवंत प्रदर्शन करेगा।
उद्घाटन और समापन समारोह
महाकुम्भ 2025 के भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ 16 जनवरी 2025 को प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन द्वारा किया जाएगा। इस आयोजन का समापन 24 फरवरी 2025 को मोहित चौहान की मनमोहक प्रस्तुति के साथ होगा। इस अवधि में अनेक प्रतिष्ठित कलाकार अपनी कला से महाकुम्भ में एक अद्भुत आध्यात्मिक वातावरण बनाएंगे।
प्रमुख कलाकारों की प्रस्तुतियां
महाकुम्भ 2025 में देश के जाने-माने कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इनमें शंकर महादेवन, कैलाश खेर, कविता सेठ, नितिन मुकेश, सुरेश वाडेकर, हरिहरन, कविता कृष्णमूर्ति जैसे दिग्गज शामिल हैं। इनकी प्रस्तुतियां महाकुम्भ में एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा का संचार करेंगी।
कार्यक्रम की रूपरेखा
16 जनवरी से 24 फरवरी तक चलने वाले इस महोत्सव में हर दिन विभिन्न कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। शंकर महादेवन की उद्घाटन प्रस्तुति के बाद, रवि, महेश काले, पार्वती, सौनक चट्टोपाध्याय, श्री रामचंद्र, आदित्य सारस्वत, प्रतिभा सिंह बघेल, विक्रम घोष, अन्वेशा दत्त गुप्ता, रवि त्रिपाठी, साधना सरगम, शान, रंजनी और गायत्री, ईमान चक्रवर्ती, संजीव शंकर, तेजेंद्र नारायण मजूमदार, तन्मय बोस, उमाकांत गुंडीचा, योगेश गंधर्व, आभा गंधर्व, कविता कृष्णमूर्ति, डॉ एल सुब्रमण्यम, सुरेश वाडेकर, हरिहरन, नवदीप बडाली, देव मित्र सेन गुप्ता, ऋषभ रिखीराम शर्मा, रतेंद्र भादुड़ी, राहुल देशपांडे, नितिन मुकेश, सौरेंद्रो, सौम्यजीत, श्वेता मोहन, आभा हंज़ुरा, कविता सेठ, पार्थिव गोहिल, कैलाश खेर और अंत में मोहित चौहान की प्रस्तुति होगी।
आयोजन की तैयारियां
उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के महाकुम्भ के नोडल अधिकारी अमित अग्निहोत्री ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इस कार्यक्रम में शामिल सभी प्रस्तुतियां श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनेंगी।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रभाव
महाकुम्भ 2025 न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि यह संस्कृति और कला के क्षेत्र में भी एक स्थायी प्रभाव छोड़ेगा। यह आयोजन देशभर से आए श्रद्धालुओं और कला प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय अवसर होगा। भारतीय सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करने वाले इन कार्यक्रमों के माध्यम से महाकुम्भ श्रद्धालुओं के मन में स्थायी छाप छोड़ेगा।