
- अग्निशमन विभाग की 300 से अधिक दमकल गाड़ियां त्रिवेणी का पवित्र जल लेकर प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए रवाना
- प्रदेश के 75 जिलों में जिला मुख्यालयों तक पहुंचेगा संगम का पावन जल
- अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग के माध्यम से 5 लाख लीटर से अधिक जल की निःशुल्क होम डिलीवरी
- महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में किया पुण्य स्नान
- प्रदेश की जेलों में बंद 90,000 से अधिक कैदियों को भी पहली बार त्रिवेणी जल से स्नान का अवसर मिला

प्रयागराज, 28 फरवरी 2025: महाकुंभ 2025 में रिकॉर्ड 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य स्नान कर अपने धार्मिक अनुष्ठानों को संपन्न किया। इस पुण्य अवसर से वंचित रहने वालों के लिए योगी सरकार ने विशेष पहल करते हुए अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग के माध्यम से संगम के पावन जल को प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंचाने की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, 300 से अधिक दमकल गाड़ियों के जरिये 5 लाख लीटर से अधिक त्रिवेणी जल को प्रदेश के 75 जिलों में भेजा जा रहा है। इस पवित्र जल को स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आमजन तक पहुंचाया जाएगा, जिससे वे भी पुण्य स्नान कर सकें।
प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को भी मिला पुण्य स्नान का अवसर
इससे पहले, मुख्यमंत्री के आदेश पर जेलों में बंद कैदियों के लिए भी पहली बार त्रिवेणी जल से स्नान की व्यवस्था की गई थी। प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद 90,000 से अधिक कैदियों और बंदियों को त्रिवेणी जल उपलब्ध कराकर धार्मिक आस्था का सम्मान किया गया। यह पहली बार हुआ है जब किसी सरकार ने कैदियों के धार्मिक विश्वास को ध्यान में रखते हुए उनके लिए इस तरह की विशेष पहल की है।
त्रिवेणी जल की होम डिलीवरी
अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग के मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने जानकारी दी कि प्रयागराज से भेजी गई दमकल गाड़ियों की जल भंडारण क्षमता लगभग 5,000 लीटर प्रति वाहन है। इस आधार पर 5 लाख लीटर से अधिक संगम जल विभिन्न जिलों में भेजा जा रहा है। जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से यह जल उन लोगों तक पहुंचाया जाएगा जो किसी कारणवश महाकुंभ में स्नान करने नहीं आ सके।
श्रद्धालुओं की आस्था को सम्मान देने की ऐतिहासिक पहल
महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं की भागीदारी के बावजूद लाखों लोग ऐसे रहे जो किसी न किसी कारणवश स्नान करने से वंचित रह गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल के तहत, अब प्रदेश की जनता को भी त्रिवेणी के पुण्य जल से स्नान कर आध्यात्मिक लाभ लेने का अवसर मिलेगा। प्रशासन ने इस कार्य को सुनियोजित तरीके से क्रियान्वित करने की रूपरेखा तैयार कर ली है, जिससे संगम का जल लोगों के घरों तक पहुंचे और वे धर्मलाभ प्राप्त कर सकें।