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महाकुंभ 2025: सांसद अनुराग ठाकुर ने पत्नी संग लगाई आस्था की डुबकी, कहा- ‘यह भारतीय संस्कृति का सबसे भव्य संगम’

महाकुंभ 2025: सांसद अनुराग ठाकुर ने पत्नी संग लगाई आस्था की डुबकी, कहा- ‘यह भारतीय संस्कृति का सबसे भव्य संगम’
  • सांसद अनुराग ठाकुर ने पत्नी संग त्रिवेणी संगम में किया स्नान, कहा- यह “एकता का महाकुंभ”
  • महाकुंभ में अब तक 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु लगा चुके हैं पुण्य की डुबकी
  • पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, सीएम योगी सहित कई बड़े नेता कर चुके हैं संगम स्नान
  • सांसद अनुराग ठाकुर ने सोशल मीडिया पर स्नान की तस्वीरें साझा कर सनातन संस्कृति की महिमा का बखान किया
  • आगामी 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी त्रिवेणी संगम में करेंगी पवित्र स्नान
  • सांसद अनुराग ठाकुर ने पत्नी संग त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान किया और महाकुंभ को “एकता का महाकुंभ” बताया।
  • महाकुंभ 2025 में अब तक 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, सीएम योगी समेत कई बड़े नेता त्रिवेणी में स्नान कर चुके हैं।
  • महाकुंभ भारतीय संस्कृति, आस्था और सेवा का सबसे भव्य प्रतीक है, जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं।
  • आगामी 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान करेंगी।

महाकुंभ नगर, प्रयागराज, 08 फरवरी 2025: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 अपने चरम पर है। करोड़ों श्रद्धालु यहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने अपनी पत्नी संग त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद उन्होंने मां गंगा, यमुना और सरस्वती की पूजा-अर्चना कर देश की समृद्धि और विश्व कल्याण की प्रार्थना की

संगम तट पर स्नान के बाद अनुराग ठाकुर ने महाकुंभ को “भारतीय संस्कृति का सबसे भव्य संगम” बताया। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, श्रद्धा और सेवा का महासंगम है। यहां आकर सनातन परंपरा की भव्यता को देखना एक अविस्मरणीय अनुभव है।”

“महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक आत्मा का प्रतिबिंब”

सांसद अनुराग ठाकुर ने अपने आधिकारिक एक्स (Twitter) हैंडल पर महाकुंभ स्नान की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा:
“गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिंधु कावेरी जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु।।”

उन्होंने कहा कि महाकुंभ सनातन धर्म की वह परंपरा है, जो केवल भारत को ही नहीं, पूरे विश्व को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करती है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “मां गंगा, यमुना और सरस्वती का आशीर्वाद सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आए।”

40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं पुण्य स्नान

महाकुंभ 2025 के दौरान अब तक 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं। प्रयागराज की पवित्र भूमि पर हर दिन लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था को समर्पित करने आ रहे हैं

महाकुंभ में आध्यात्मिक भव्यता – भारत के कोने-कोने से पहुंचे संत, महंत, अखाड़े और श्रद्धालु इस महायज्ञ का हिस्सा बन रहे हैं।
सेवा और समर्पण – लाखों स्वयंसेवी, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी श्रद्धालुओं की सेवा में दिन-रात जुटे हैं।
वैश्विक आकर्षण – महाकुंभ में विदेशों से भी हजारों श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं, जो भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट कर रहे हैं।

अब तक कई बड़ी हस्तियां कर चुकी हैं संगम स्नान

महाकुंभ 2025 में अब तक कई बड़े राजनेता, आध्यात्मिक गुरु और समाजसेवी त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। इनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
गृहमंत्री अमित शाह
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (मंत्रिमंडल समेत)
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, श्रीपद नाइक
सपा प्रमुख अखिलेश यादव
सांसद रवि किशन, हेमा मालिनी, पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति

आगामी 10 फरवरी को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी संगम में पुण्य स्नान करेंगी

महाकुंभ 2025: आध्यात्मिकता और राष्ट्र की संस्कृति का संगम

महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का सबसे भव्य उत्सव है।

श्रद्धा का संगम – श्रद्धालु संगम में स्नान कर अपनी आस्था को पुनर्जीवित कर रहे हैं।
सेवा और समर्पण का पर्व – पुलिस, चिकित्सा, सफाई और भंडारा सेवा में हजारों लोग योगदान दे रहे हैं।
भारतीय संस्कृति का वैश्विक मंच – महाकुंभ ने दुनिया भर के लोगों को भारत की आध्यात्मिकता से जोड़ा है।
व्यवस्थाओं का उत्कृष्ट प्रबंधन – उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन ने महाकुंभ को एक सुव्यवस्थित, स्वच्छ और सुरक्षित आयोजन बनाया है।
भविष्य में और भी बड़े आयोजन की तैयारी – महाकुंभ 2025 की सफलता ने आने वाले आयोजनों के लिए नए मानक स्थापित किए हैं।

महाकुंभ 2025 का यह आयोजन केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह भारतीय सभ्यता, संस्कृति और एकता का सबसे बड़ा प्रतीक बन चुका है। सांसद अनुराग ठाकुर जैसे राजनेताओं की सहभागिता से इस महायज्ञ का महत्व और भी बढ़ जाता है। संगम की पावन भूमि पर डुबकी लगाकर उन्होंने भी यह संदेश दिया कि महाकुंभ केवल साधु-संतों का ही नहीं, बल्कि पूरे भारत का है, जहां आस्था, सेवा और समर्पण एक साथ प्रवाहित होते हैं।

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