
- वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप ने कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत को महाकुंभ 2025 में सहभागिता का औपचारिक निमंत्रण दिया।
- मंत्रियों ने महाकुंभ की ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता पर प्रकाश डाला।
- कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से 14 दिसंबर को मुलाकात और रोड शो का आयोजन होगा।
- बेंगलुरु में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से महाकुंभ 2025 का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
- यह अभियान प्रयागराज की ऐतिहासिक पहचान को वैश्विक मंच पर मजबूत करने और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का एक बड़ा कदम है।

लखनऊ/बेंगलुरु, 13 दिसंबर 2024: प्रयागराज में आयोजित होने वाले आगामी महाकुंभ 2025 के निमंत्रण कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष पहल शुरू की है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने आज बेंगलुरु पहुंचकर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत को औपचारिक निमंत्रण सौंपा। यह निमंत्रण न केवल धार्मिक आयोजन के प्रति आदर व्यक्त करता है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर उभारने का प्रयास भी है।
मंत्रीद्वय ने कर्नाटक के राज्यपाल को महाकुंभ की ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने इस आयोजन को भारतीय परंपराओं, धार्मिक विश्वासों और संस्कृति के संगम के रूप में प्रस्तुत किया। उनके अनुसार, महाकुंभ न केवल आध्यात्मिक अनुभव है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक पहचान को विश्वस्तर पर मजबूत करने का भी एक माध्यम है।
14 दिसंबर 2024 को मंत्रीद्वय कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से भी मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान महाकुंभ 2025 के प्रचार-प्रसार और आयोजन की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा, बेंगलुरु में एक रोड शो और प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन भी किया जाएगा। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य महाकुंभ की विशेषताओं को जन-जन तक पहुंचाना और अधिक से अधिक लोगों को इस आयोजन में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करना है।
योगी सरकार ने महाकुंभ 2025 को एक भव्य आयोजन बनाने के लिए व्यापक स्तर पर योजनाएं तैयार की हैं। इसमें देश-विदेश के धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि यह आयोजन प्रयागराज की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में सहायक होगा।
महाकुंभ 2025 के लिए निमंत्रण अभियान, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक पटल पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की इस पहल से प्रयागराज और उत्तर प्रदेश को पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी मदद मिलेगी।