
- त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी – गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रयागराज के संगम पर स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
- महाकुंभ 2025 की प्रशंसा – मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में हो रही महाकुंभ की तैयारियों को अनुकरणीय बताया।
- संत-महात्माओं से संवाद – उन्होंने विभिन्न अखाड़ों के संतों से मिलकर भारतीय संस्कृति और अध्यात्म पर विचार-विमर्श किया।
- योगी सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना – मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार के कुशल प्रबंधन और उच्च स्तरीय सुविधाओं की प्रशंसा की।
- संस्कृति और विकास का संगम – महाकुंभ को भारतीय संस्कृति, पर्यटन और आधुनिक व्यवस्थाओं का उत्कृष्ट उदाहरण बताया
महाकुंभनगर, 7 फरवरी 2025: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आज प्रयागराज में पवित्र त्रिवेणी संगम पर आस्था और श्रद्धा की डुबकी लगाई। पुण्य सलिला मां गंगा, मां यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के इस संगम स्थल पर स्नान कर उन्होंने आध्यात्मिक सुख की अनुभूति की। इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री श्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी भी उनके साथ उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने महाकुंभ 2025 की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया और उत्तर प्रदेश सरकार के कुशल प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रयागराज का महाकुंभ एक वैश्विक आयोजन के रूप में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
महाकुंभ 2025– संस्कृति, परंपरा और आधुनिकता का संगम
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ 2025 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक प्रशासनिक क्षमता का अद्भुत उदाहरण भी है। यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक परंपराओं को वैश्विक मंच पर स्थापित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025, विरासत और विकास का ब्रांड एंबेसडर बनकर उभर रहा है। इस आयोजन से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे उत्तर प्रदेश और पूरे देश की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।
संत-महात्माओं से भेंट और धार्मिक संवाद
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रयागराज में विभिन्न अखाड़ों के संत-महात्माओं से भी भेंट की। उन्होंने उनके विचार सुने और सनातन संस्कृति के उत्थान को लेकर चर्चा की। संत समाज ने गुजरात के मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें महाकुंभ के महत्व के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने महाकुंभ में संत समाज के योगदान को सराहते हुए कहा कि यह आयोजन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों को संजोने और सहेजने का महापर्व है।
योगी सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना
गुजरात के मुख्यमंत्री ने महाकुंभ की तैयारियों को अत्यंत सुव्यवस्थित और अनुशासित बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार इस आयोजन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। महाकुंभ के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण, स्वच्छता अभियान और सुरक्षा व्यवस्थाएं उच्च स्तर की हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का यह प्रयास आध्यात्मिकता के साथ-साथ पर्यटन और आर्थिक विकास को भी मजबूती प्रदान करेगा।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इस दौरे से उत्तर प्रदेश और गुजरात के सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक मजबूती मिली है। महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को वैश्विक धार्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हो रहा है।