
- कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में विधान भवन में मूल्य परामर्शदात्री परिषद की बैठक आयोजित हुई।
- धान (सामान्य और ग्रेड-ए), ज्वार, बाजरा, मक्का, उर्द, मूंग, अरहर, मूँगफली, सोयाबीन, और तिल पर MSP निर्धारण पर चर्चा की गई।
- केंद्र सरकार को खरीफ फसलों के लिए MSP सुझाव जल्द भेजे जाएंगे।
- बैठक में सहकारिता राज्य मंत्री जेपीएस राठौर, खाद्य एवं रसद मंत्री सतीश शर्मा, और अन्य अधिकारी शामिल थे।
- किसानों के हित में MSP निर्धारण का उद्देश्य उनकी आय में सुधार और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।

लखनऊ, 17 जनवरी 2025: प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में शुक्रवार को विधान भवन में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निर्धारण के लिए केंद्र सरकार को सुझाव देने के उद्देश्य से प्रदेश स्तरीय मूल्य परामर्शदात्री परिषद की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों के हितों की रक्षा करते हुए उनकी फसलों के लिए उचित न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने हेतु केंद्र सरकार को सटीक और प्रभावी सुझाव देना था।
खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गहन चर्चा
बैठक के दौरान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का निर्धारण इस प्रकार होना चाहिए, जिससे प्रदेश के किसानों का अधिकतम लाभ सुनिश्चित हो सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारण में किसानों की लागत, बाजार की स्थितियां, और उनकी आय को बेहतर बनाने के पहलुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
बैठक में खरीफ सीजन की 10 प्रमुख फसलों के MSP पर विशेष चर्चा हुई, जिनमें धान (सामान्य और ग्रेड-ए), ज्वार, बाजरा, मक्का, उर्द, मूंग, अरहर, मूँगफली, सोयाबीन, और तिल शामिल हैं। इन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को तय करने के लिए परिषद के सदस्यों ने अपने सुझाव दिए और व्यापक विचार-विमर्श किया।
उपस्थित गणमान्य और अधिकारियों की भागीदारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में मूल्य परामर्शदात्री परिषद के कई प्रमुख सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसमें सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर, खाद्य एवं रसद तथा नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री सतीश शर्मा, सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, प्रमुख सचिव कृषि रवींद्र, प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद, और निदेशक कृषि सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। सभी अधिकारियों और सदस्यों ने किसानों के हित में ठोस सुझाव दिए और इस पर सहमति व्यक्त की कि फसलों के लिए MSP का निर्धारण किसानों की भलाई और उनकी आय में सुधार के उद्देश्य से किया जाना चाहिए।
किसानों के हित में निर्णय
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि खरीफ सीजन की इन 10 फसलों के MSP सुझावों को जल्द ही केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। इन सुझावों का उद्देश्य किसानों को उनकी फसल के लिए उचित मूल्य दिलाना और उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाना है।
कृषि मंत्री ने कहा कि इस प्रक्रिया में किसान संगठनों, सहकारी समितियों, और कृषि विशेषज्ञों की राय को भी शामिल किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों के लिए अधिकतम फायदेमंद हो।
संपूर्ण समाज के लिए महत्वपूर्ण पहल
बैठक में लिए गए निर्णयों को केंद्र सरकार को जल्द ही भेजा जाएगा ताकि समय पर खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की जा सके। यह कदम किसानों की आय में सुधार और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है।