
- बीबीचक गांव में अम्बेडकर पार्क के लिए ₹5 लाख का ऐलान हुआ।
- सरोजनीनगर में 15 स्थानों पर बाबा साहेब की प्रतिमाओं पर शेड लगाए गए।
- डॉ. सिंह ने भाजपा सरकार के 10 ऐतिहासिक निर्णयों की जानकारी दी।
- अखिलेश यादव पर डॉ. सिंह ने बाबा साहेब के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
- कार्यक्रम में कई वरिष्ठ भाजपा नेता और भारी जनसमूह उपस्थित रहा।

लखनऊ। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के तेजकिशन खेड़ा स्थित बीबीचक गांव में आयोजित विशाल भंडारे में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने भाग लिया और बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने गांववासियों की मांग पर अम्बेडकर पार्क के सौंदर्यीकरण हेतु ₹5 लाख की धनराशि देने की घोषणा की।

सभा को संबोधित करते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि बाबा साहेब केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार हैं—एक क्रांति हैं, जिन्होंने करोड़ों वंचितों और शोषितों को संविधान के माध्यम से न्याय का मार्ग दिखाया।
15 अम्बेडकर प्रतिमाओं पर लगवाए गए शेड, सौंदर्यीकरण कार्य जारी: विधायक डॉ. सिंह ने जानकारी दी कि सरोजनीनगर क्षेत्र में बाबा साहेब की 15 प्रतिमाओं पर टिन शेड लगवाए गए हैं। ये स्थान हैं—नटकुर, मेमोरा, गहरू, पिपरसंड, ऐन, माती, किशनपुर कौड़ियां, दारोगाखेड़ा, सदरौना, फतेहगंज, हुल्लीखेड़ा सहित अन्य ग्राम पंचायतें। उन्होंने बताया कि अम्बेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर 100 से अधिक आभावग्रस्त परिवारों की मेधावी बेटियों को साइकिल देकर सम्मानित भी किया गया।
भाजपा सरकार ने किए बाबा साहेब के विचारों को समर्पित 10 ऐतिहासिक निर्णय: अपने संबोधन में डॉ. सिंह ने कहा कि अगर किसी सरकार ने बाबा साहेब के विचारों को जमीनी स्तर पर साकार किया है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार है। उन्होंने निम्नलिखित दस ऐतिहासिक फैसलों को गिनाया:
- पंचतीर्थ की स्थापना – महू, लंदन, नागपुर, मुंबई और दिल्ली के पांच स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया गया।
- संविधान दिवस की शुरुआत (2015) – 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया गया।
- 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अवकाश और समरसता दिवस का दर्जा – पहली बार बाबा साहेब की जयंती को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली।
- डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, दिल्ली (2017) – सामाजिक न्याय के लिए एक वैचारिक केंद्र की स्थापना।
- डॉ. अंबेडकर नेशनल मेमोरियल (2018) – दिल्ली स्थित उनके निवास को भव्य संग्रहालय में बदला गया।
- दीक्षाभूमि को राष्ट्रीय पर्यटन स्थल घोषित (2016) – नागपुर स्थित ऐतिहासिक स्थल को राष्ट्रीय मान्यता।
- भीम ऐप की शुरुआत – डिजिटल भुगतान प्रणाली में उनका नाम जोड़ा गया।
- भारत रत्न (1990) – मरणोपरांत देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
- संसद भवन में चित्र स्थापना – सेंट्रल हॉल में बाबा साहेब का चित्र स्थापित किया गया।
- शैक्षणिक और स्वास्थ्य संस्थानों में नामकरण – कन्नौज मेडिकल कॉलेज सहित अनेक संस्थानों का नाम उनके नाम पर रखा गया।
अखिलेश यादव पर साधा निशाना:

सभा के दौरान डॉ. सिंह ने समाजवादी पार्टी और उसके नेतृत्व पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “अखिलेश यादव अब बाबा साहेब के साथ अपनी फोटो जोड़कर खुद को देव तुल्य साबित करना चाह रहे हैं। यह प्रयास सिर्फ दिखावा है, जबकि बाबा साहेब ने अपने विचारों से करोड़ों जीवन बदले हैं।”
विकास कार्यों की घोषणाएं भी कीं: सभा के दौरान डॉ. सिंह ने ग्रामीणों के अनुरोध पर कई घोषणाएं कीं:
- इंटर कॉलेज की स्थापना हेतु पत्राचार
- हनुमान मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए ₹51,000 की घोषणा
- स्कूलों में झूले और ओपन एयर जिम लगाने का आश्वासन
- सड़कों के निर्माण कार्य को गति देने का वादा
कार्यक्रम में अनेक प्रमुख लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री विश्वनाथ, डॉ. अजय गुप्ता, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि शिशिर यादव, नीलम श्रीवास्तव, वीरेंद्र रावत, विमला देवी, शंकरी सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख कुंवर रामविलास सहित अनेक भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।