HomeDaily Newsझारखंड पर्यटन: मैथन डैम है प्रकृति, तकनीक और सैर-सपाटे का बेहतरीन संगम

झारखंड पर्यटन: मैथन डैम है प्रकृति, तकनीक और सैर-सपाटे का बेहतरीन संगम

मैथन डैम, झारखंड के धनबाद जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, इंजीनियरिंग कौशल और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह डैम बराकर नदी पर स्थित है और झारखंड तथा पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित है।

ऐतिहासिक और तकनीकी विशेषताएँ

निर्माण और उद्देश्य: मैथन डैम का निर्माण 1953 से 1957 के बीच हुआ था और इसका उद्देश्य बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई और विद्युत उत्पादन था। यह डैम भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के स्वप्नों में से एक था।

आकार और क्षमता: डैम की लंबाई लगभग 4,789 मीटर और ऊँचाई 50 मीटर है। इसका जलाशय 65 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जो मैथन झील के नाम से जाना जाता है।

READ ALSO

Arunachal Pradesh Travel: कम बजट में IRCTC से पाएं अरुणाचल प्रदेश की करीब से यात्रा करने का मौका, जानें पूरी ट्रिप की जानकारी।

हिमाचल पर्यटन: बर्फबारी, एडवेंचर और प्राकृतिक खूबसूरती का बेहतरीन मेल है कुफरी

विद्युत उत्पादन: मैथन डैम में एशिया का पहला भूमिगत जलविद्युत संयंत्र स्थित है, जो 60 मेगावाट की क्षमता से बिजली उत्पन्न करता है।

पर्यटन आकर्षण

मैथन झील: झील की शांत जलराशि और हरे-भरे परिवेश इसे नौका विहार, मछली पकड़ने और पक्षी अवलोकन के लिए आदर्श बनाते हैं।

डियर पार्क: डैम के पास स्थित डियर पार्क में पर्यटक हिरणों को प्राकृतिक वातावरण में देख सकते हैं।

कल्याणेश्वरी मंदिर: डैम से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित यह मंदिर माँ काली को समर्पित है और धार्मिक आस्था का केंद्र है।

पिकनिक और फोटोग्राफी: मैथन डैम का सुंदर परिदृश्य इसे पिकनिक और फोटोग्राफी के लिए उपयुक्त स्थान बनाता है, विशेषकर सूर्यास्त के समय।

कैसे पहुँचें

सड़क मार्ग: मैथन डैम, धनबाद से लगभग 48 किलोमीटर और आसनसोल से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन बराकर है, जो डैम से लगभग 8 किलोमीटर दूर है।

वायु मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा रांची में स्थित है, जो डैम से लगभग 194 किलोमीटर दूर है।

यात्रा का सर्वोत्तम समय

मैथन डैम की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उपयुक्त है, जब मौसम सुखद और ठंडा होता है। मानसून के दौरान (जुलाई से सितंबर) झील और आसपास का क्षेत्र हरे-भरे हो जाते हैं, लेकिन भारी वर्षा के कारण फिसलन और सुरक्षा संबंधी चिंताएँ हो सकती हैं।

यात्रा सुझाव

डैम क्षेत्र में प्रवेश के लिए अनुमति आवश्यक हो सकती है; यात्रा से पहले स्थानीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करें।

डैम के किनारे फिसलन हो सकती है; उचित जूते पहनें और बच्चों पर विशेष ध्यान दें।

स्थानीय संस्कृति और पर्यावरण का सम्मान करें; कचरा न फैलाएँ और वन्यजीवों को परेशान न करें।

मैथन डैम न केवल झारखंड का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, बल्कि यह भारत के इंजीनियरिंग कौशल और प्राकृतिक सौंदर्य का भी प्रतीक है। यदि आप प्रकृति, इतिहास और रोमांच का संगम अनुभव करना चाहते हैं, तो मैथन डैम की यात्रा अवश्य करें।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments