
वन कर्मियों को साइकिल वितरण, क्विज प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरस्कृत, पर्यावरण संरक्षण पर दिया जागरूकता संदेश
- एनवायरनमेंट वारियर्स संस्था द्वारा मोतीपुर फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में इंटर-स्कूल क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई।
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने विजेताओं को नकद पुरस्कार और जंगल सफारी कूपन प्रदान किए।
- वन संरक्षण में योगदान देने वाले 30 वॉचर्स को साइकिलें और 5 वन कर्मियों को विशेष सम्मान दिया गया।
- विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन के खतरे पर चिंता व्यक्त की।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 150 करोड़ पौधों के संरक्षण का संकल्प दोहराया गया।

बहराइच, कतर्नियाघाट/लखनऊ: पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत एनवायर्न्मेंट वारियर्स संस्था द्वारा रविवार को कतर्नियाघाट स्थित मोतीपुर फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में इंटर-स्कूल क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 12 विद्यालयों के 81 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र, पुरस्कार राशि और जंगल सफारी कूपन प्रदान किए। इसके अलावा, कतर्नियाघाट वन्य प्रभाग के 30 वॉचर्स को साइकिलें वितरित की गईं और उत्कृष्ट वन कर्मियों को सम्मानित किया गया।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

इस अवसर पर डॉ. राजेश्वर सिंह ने जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग के खतरों पर प्रकाश डालते हुए कहा,
“धरती का तापमान यदि 0.3°C और बढ़ गया, तो इसके परिणाम बेहद गंभीर होंगे। वायु प्रदूषण के कारण हर वर्ष 60 लाख लोगों की मृत्यु हो रही है। हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे।”
विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 150 करोड़ पौधे लगाने के अभियान को सफल बनाने का संकल्प दिलाया और जनता से आग्रह किया कि वे पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाएं।
इंटर-स्कूल क्विज प्रतियोगिता: विजयी प्रतिभागियों को सम्मान

पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एनवायर्न्मेंट वारियर्स संस्था द्वारा इंटर-स्कूल क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 12 विद्यालयों के 81 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
क्विज प्रतियोगिता के विजेता:

🏆 प्रथम स्थान: सर्वोदय इंटर कॉलेज (₹20,000 का नकद पुरस्कार)
🥈 द्वितीय स्थान: एस.पी.वी.पी. इंटर कॉलेज (₹15,000 का नकद पुरस्कार)
🥉 तृतीय स्थान: नवयुग इंटर कॉलेज (₹10,000 का नकद पुरस्कार)
अन्य सभी प्रतिभागियों को ₹1,000 की प्रोत्साहन राशि और जंगल सफारी कूपन प्रदान किए गए।
वनकर्मियों को साइकिलें और उत्कृष्ट सेवा का सम्मान

डॉ. राजेश्वर सिंह ने वन विभाग के 30 वॉचर्स को साइकिलें प्रदान कीं। यह पहल वन कर्मियों को जंगल की सुरक्षा में सुगमता प्रदान करने और उनके कार्य को सराहनीय बनाने के लिए की गई।
इसके अलावा, वन्य जीवों और प्राकृतिक संपदा के संरक्षण में अहम योगदान देने वाले 5 वन कर्मियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
इस दौरान डॉ. राजेश्वर सिंह ने वन कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा: “वन एवं वन्यजीवों की रक्षा में लगे कर्मियों का समर्पण अतुलनीय है। उत्तर प्रदेश का तराई क्षेत्र हमारे ‘फेफड़े’ हैं और हमें इसे संरक्षित रखना ही होगा।”
पर्यावरण संकट और सरकार की प्रतिबद्धता

डॉ. राजेश्वर सिंह ने बढ़ते पर्यावरण संकट पर चिंता जताते हुए कहा कि यदि अभी प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो परिणाम भयावह होंगे। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला:
✅ पिछले 100 वर्षों में वैश्विक तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस बढ़ चुका है।
✅ 54 मिलियन टन भोजन हर साल बर्बाद होता है।
✅ वायु प्रदूषण के कारण 60 लाख लोगों की समय से पहले मृत्यु हो रही है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, और ग्रीन एनर्जी पर विशेष जोर देने की बात कहते हुए कहा कि यह नीतियां भारत के विकास और पर्यावरण संरक्षण में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगी।
एनवायरनमेंट वारियर्स संस्था की भविष्य की योजनाएँ
इस कार्यक्रम में एनवायरनमेंट वारियर्स संस्था ने खीरी जनपद के पलिया कलां में वन्यजीव संरक्षण अभियान शुरू करने की घोषणा की। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, विधायक रोमी साहनी, जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
संस्था का अगला कार्यक्रम मार्च माह में पीलीभीत में आयोजित होगा, जिसमें विद्यार्थियों के बीच डिबेट प्रतियोगिता करवाई जाएगी।
पर्यावरण संरक्षण में सामूहिक प्रयास की आवश्यकता
डॉ. राजेश्वर सिंह की यह पहल केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक मजबूत संकल्प है। वन्य जीवों की सुरक्षा, वृक्षारोपण और जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी नागरिकों को सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना होगा।