
- ऊर्जा संरक्षण का महत्व: ऊर्जा संरक्षण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में ऊर्जा की बचत और पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया गया।
- नवीकरणीय ऊर्जा पर फोकस: सोलर रूफटॉप, कम्प्रेस्ड बायो गैस और अन्य आधुनिक तकनीकों को अपनाने की सिफारिश की गई।
- महत्वपूर्ण उपलब्धियां: यूएचपीसीएल ने अब तक 29,000 मिलियन यूनिट बिजली बचाई, जिससे 240 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आई।
- प्रशिक्षण और जागरूकता: ऊर्जा दक्षता बढ़ाने के लिए फुंगसर्ट में बीईई भवन का निर्माण किया जा रहा है।
- विशेषज्ञों की भागीदारी: कार्यक्रम में विभिन्न उद्योगों और विशेषज्ञों ने ऊर्जा संरक्षण के उपाय साझा किए और अनुभवों पर चर्चा की।

लखनऊ, 14 दिसंबर 2024: ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर यूएचएसएमसी द्वारा हजरतगंज, लखनऊ के हॉल ऑफ़ विज़डम में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यूएचएसएमसी के सचिव श्री पीयूष कुमार ने शिरकत की, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में सचिव, यूएचपीसीएल श्री प्रीतम सिंह ने उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत कर किया और ऊर्जा संरक्षण के महत्व पर बल दिया। श्री पीयूष कुमार ने कहा कि ऊर्जा संरक्षण न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सभी को ऊर्जा की खपत में कमी लाने के लिए लगातार प्रयासरत रहना चाहिए।
ऊर्जा की बचत के लिए सौर ऊर्जा और नई तकनीक पर जोर
सचिव, यूएचपीसीएल श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि ऊर्जा संरक्षण के लिए सोलर रूफटॉप, कम्प्रेस्ड बायो गैस जैसे आधुनिक और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का अधिकतम उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित “नेट जीरो” लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ऊर्जा संरक्षण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
यूएचपीसीएल ने अपने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से करीब 29,000 मिलियन यूनिट बिजली बचाई है, जिससे लगभग 240 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है।
ऊर्जा संरक्षण के प्रयास और उपलब्धियां
यूएचएसएमसी, जो एनर्जी एफिशिएंसी की स्टेट डिज़िग्नेटेड एजेंसी है, ने ऊर्जा संरक्षण के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न परियोजनाएं शुरू की हैं। ऊर्जा बचत के लिए नए उपकरण, बिल्डिंग्स और अन्य क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
यूएचएसएमसी द्वारा प्रशिक्षण केंद्र फुंगसर्ट में बीईई भवन का निर्माण किया जा रहा है, जो ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देगा। कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न उद्योगों और संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने उद्योगों में अपनाए गए ऊर्जा संरक्षण उपायों की जानकारी साझा की।
विशेषज्ञों की मौजूदगी में हुआ अनुभव साझा
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में यूएचएलडीए के चेयरमैन श्री राकेश वर्मा ने ऊर्जा संरक्षण दिवस पर उपस्थित सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ. वी.के. श्रोत्रीय, विशेषज्ञ कार्बन अकाउंटिंग, ने कार्बन ट्रैकिंग और मैनेजमेंट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभागियों ने ऊर्जा संरक्षण गतिविधियों से संबंधित प्रस्तुतियां दीं और ऊर्जा बचत के नए-नए उपायों पर चर्चा की।